पहली बार लौह अयस्क खरीद रही टाटा स्टील
नयी दिल्ली : टाटा स्टील को अपने सौ बरस के इतिहास मंे पहली बार लौह अयस्क की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है. टाटा स्टील इस समय जमशेदपुर स्थित अपनी 97 लाख सालाना क्षमता के संयंत्र का परिचालन घरेलू स्रोतांे से खरीदे गये और आयातित कच्चे माल से कर रही है. कंपनी ने देश […]
नयी दिल्ली : टाटा स्टील को अपने सौ बरस के इतिहास मंे पहली बार लौह अयस्क की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है. टाटा स्टील इस समय जमशेदपुर स्थित अपनी 97 लाख सालाना क्षमता के संयंत्र का परिचालन घरेलू स्रोतांे से खरीदे गये और आयातित कच्चे माल से कर रही है. कंपनी ने देश मंे अपनी एकमात्र इस्पात विनिर्माण सुविधा के लिए 23 लाख टन लौह अयस्क खरीदा है. उसने कहा है कि यदि बंद पड़ी खानांे मंे उत्पादन शुरू नहीं होता है, तो यह खरीद और बढ़ सकती है.टाटा स्टील के प्रबंध निदेशक टीवी नरंेद्रन ने कहा, अपने इतिहास मंे हम पहली बार अपने संयंत्रों का परिचालन बाहर से खरीदे गये लौह अयस्क से कर रहे हैं, क्यांेकि हमारी सारी खानंे बंद हैं. यह झारखंड व ओडि़शा दोनांे के साथ मुद्दा है. रांची और कटक हाइकोर्ट दोनांे जगह हमारे मामले चल रहे हैं. उन्हांेेने बताया कि कंपनी ने सार्वजनिक क्षेत्र की एनएमडीसी से लौह अयस्क खरीदा है. इसके अलावा वह ऑस्ट्रेलिया से भी लौह अयस्क का आयात कर रही है. कंपनी ने जहां एनएमडीसी से आठ लाख टन अयस्क खरीदा है, वहीं शेष ऑस्ट्रेलिया से आयात किया गया है.