उद्यमी की है काफी कमी, युवा को आना होगा आगे

पेंटिंग प्रदर्शनी 11 दिसंबर तक रहेगी कला एवं शिल्प महाविद्यालय मेंलाइफ रिपोर्टर@पटनाजीवन में सभ्यता व संस्कृति बहुत ही महत्व रखती है. भारतीय संस्कृति इस मायने में बहुत आगे है. समाज में राजनीतिक की महत्ता बढ़ गयी है, लेकिन सामाजिक, सांस्कृतिक के साथ जीवन से जुड़े हुए अनेक पहलुओं को बराबर महत्व देना होगा. यह बातें […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 9, 2014 10:02 PM

पेंटिंग प्रदर्शनी 11 दिसंबर तक रहेगी कला एवं शिल्प महाविद्यालय मेंलाइफ रिपोर्टर@पटनाजीवन में सभ्यता व संस्कृति बहुत ही महत्व रखती है. भारतीय संस्कृति इस मायने में बहुत आगे है. समाज में राजनीतिक की महत्ता बढ़ गयी है, लेकिन सामाजिक, सांस्कृतिक के साथ जीवन से जुड़े हुए अनेक पहलुओं को बराबर महत्व देना होगा. यह बातें मंगलवार को उद्योग मंत्री डॉ भीम सिंह ने कही. वह कला एवं शिल्प महाविद्यालय में गोपाल कृष्ण के तैल चित्र व मूर्ति कला की प्रदर्शनी व उनके द्वारा लिखित किताब ‘हां, हम नक्सली हैं’ का विमोचन कर रहे थे. उन्होंने कहा कि यहां उद्यमियों की काफी कमी है. नौकरियां सीमित हैं. युवाओं को उद्यमिता की ओर कदम बढ़ाना होगा और देश की खोये गौरव को लौटाना होगा. देश संस्कृति के मायने में काफी आगे है. हमें अपने गौरव को लौटाने के लिए मेहनत करनी होगी. चीन मेहनत के दम पर ही आज आगे बढ़ा है. जब पूरा देश मेहनत करेगा, तभी हम आगे बढ़ेंगे. प्रदर्शनी में यह देखने कोदेवता और दानव काष्टकला, त्रिमूर्ति सेरामिक एवं काष्ठकला द्वारा निर्मित अप्सरा आदि तो लकड़ी से बनी हुई है, लोगों का काफी पसंद आ रही है. इसमें तैल चित्र जिंदगी धूप तुम घना छाया, विवाह, सूर्य से होर्स पावर के रुप में सौर ऊर्जा, नर्तकी आम्रपाली का मोह, वंदे मातरम-भारत एक सुपर पावर के साथ अनेक तैल चित्र प्रदर्शनी यहां लगी है.

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