पटना. मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी अपने जीवन पर लिखी पुस्तक ‘टूटी स्लेट, आधी पेंसिल से मुख्यमंत्री की कुरसी तक : जीतन राम मांझी’ देख भावविभोर हो गये. रविवार को पुस्तक के लेखक अशरफ अस्थानवी ने मुख्यमंत्री को किताब भेंट की. मुख्यमंत्री ने किताब देखने के बाद कहा कि यह मेरे जीवन के अनछुए पलों की याद कराती है.
कुछ विवरणी अधूरी है, फिर भी मेरे जीवन के अधिकांश उन विषयों को छुआ गया है, जिसकी चर्चा बहुत कम होती है. लोग उसे जान कर भी इसकी चर्चा नहीं करना चाहते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने अपने बयान में कहा था कि गरीब का इतिहास कौन लिखता है? यब बात अशरफ अस्थानवी के दिल व दिमाग में बैठ गयी और यह किताब उसी भावना का मूर्त रूप है.
मुख्यमंत्री ने ऐसे अनछुए विषय को छूनेवाले लेखक के प्रति कृतज्ञता व्यक्त किया. सीएम ने कहा कि यह किताब ज्यादा-से-ज्यादा लोगों के हाथ में जाये इसके लिए अंगरेजी व उर्दू में भी इसका अनुवाद हो. इससे संवेदनशील समाज में और संवेदनशीलता आ सकती है. मुख्यमंत्री ने प्रकाशक मोनाजिर सुहैल के प्रति भी कृतज्ञता व्यक्त की और कहा कि इस तरह की किताबों के प्रकाशन में वे सहयोग करते रहेंगे.
जनता दरबार आज : मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी सोमवार को जनता के दरबार में शामिल होंगे. एक अणो मार्ग में मुख्यमंत्री सुबह 10 बजे से ही फरियादियों से मिलेंगे और उनकी शिकायतें सुनेंगे. मुख्यमंत्री के सचिव अतीश चंद्रा ने बताया कि शिकायत पत्रों का निबंधन सुबह साढ़े सात से 11 बजे तक होगा.