चेतना केंद्र के रूप में विकसित होंगे अजा-अजजा थाने

भूमि विवाद के मामलों को सुलझाने के लिए परामर्श सभा का आयोजन करें थानेदार : पांडेयसंवाददाता, पटनाराज्य के सभी अनुसूचित जाति व जनजाति के थानों को ‘चेतना केंद्र’ के रूप में विकसित किया जायेगा. सीआइडी के कमजोर वर्ग के अपर पुलिस महानिदेशक अरविंद पांडेय की अध्यक्षता में सोमवार को दरभंगा व भागलपुर पुलिस जोन के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 15, 2014 11:02 PM

भूमि विवाद के मामलों को सुलझाने के लिए परामर्श सभा का आयोजन करें थानेदार : पांडेयसंवाददाता, पटनाराज्य के सभी अनुसूचित जाति व जनजाति के थानों को ‘चेतना केंद्र’ के रूप में विकसित किया जायेगा. सीआइडी के कमजोर वर्ग के अपर पुलिस महानिदेशक अरविंद पांडेय की अध्यक्षता में सोमवार को दरभंगा व भागलपुर पुलिस जोन के अधीन सभी जिलों के अजा/अजजा थानों के थानाध्यक्षों की बैठक में सभी थानाध्यक्षों को निर्देश दिया गया कि वे अपने-अपने थानों को चेतना केंद्र के रूप में नामित करें. श्री पांडेय ने बताया कि इन चेतना केंद्रों में अनुसूचित जाति व जनजाति के लोगों के लिए सरकार द्वारा चलायी जा रही कल्याणकारी योजनाओं के लाभ, विधिक सहायता, कानूनी प्रावधानों की जानकारी उपलब्ध करायी जाये. सभी अजा/अजजा थानों में चेतना केंद्र का बोर्ड भी लगाया जाये. इस बैठक में राज्य के कुल बीस जिलों के अजा/अजजा थानों के थानाध्यक्षों ने भाग लिया. एडीजी ने सभी थानाध्यक्षों को यह भी निर्देश दिया कि वे भूमि विवाद के मामलों में क्षेत्र में जाकर ‘परामर्श सभा’ का आयोजन करें और दोनों पक्षों को विधिक प्रावधानों के अनुसार भूमि विवाद सुलझाने का निर्देश दिया गया.

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