अंधेरे को चीरती रही मुन्नी व लक्ष्मीनिया की चीख, उजड़ी मांग
पटना/पालीगंजमुंगिला गांव में मनीष व जनार्दन समेत चारों मजदूरों का परिवार भोजन कर अभी बिस्तर पर ही था कि बंदूक की फायरिंग ने उन्हें नींद से जगा दिया. चीखने की आवाज,मारो व पकड़ो का शोर-शराबा. मजदूरों का परिवार भी उसी जलाशय की तरफ बढ़ा, जहां घटना हुई थी. मनीष की पत्नी मुन्नी देवी व जनार्दन […]
पटना/पालीगंजमुंगिला गांव में मनीष व जनार्दन समेत चारों मजदूरों का परिवार भोजन कर अभी बिस्तर पर ही था कि बंदूक की फायरिंग ने उन्हें नींद से जगा दिया. चीखने की आवाज,मारो व पकड़ो का शोर-शराबा. मजदूरों का परिवार भी उसी जलाशय की तरफ बढ़ा, जहां घटना हुई थी. मनीष की पत्नी मुन्नी देवी व जनार्दन की पत्नी लक्ष्मीनिया जब मौके पर पहुंची तो पति की लाश सामने पड़ी थी. दृश्य देख वे वहीं गिर पड़ीं. उनकी चीख से माहौल गमगीन हो गया. गांव में मातम छा गया. करीब दो घंटे तक पुलिस प्रशासन की चहल कदमी के बीच गांव में हलचल मची रही. लोग मृतक के परिजनों को दिलासा दिलाते रहे, लेकिन पहाड़ जैसा दुख उन्हें शांत नहीं होने देता.