बिहार-नेपाल सीमा पर बढ़ी चौकसी
नयी दिल्ली/पटना : पेशावर में स्कूल में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र ने बुधवार को बिहार समेत सभी राज्यों को अलर्ट जारी किया है. इसमें कहा गया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की अगले महीने की भारत यात्रा से पहले आतंकी हमले की आशंका बढ़ गयी है. खुफिया एजेंसियों से संवेदनशील स्थानों व […]
नयी दिल्ली/पटना : पेशावर में स्कूल में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र ने बुधवार को बिहार समेत सभी राज्यों को अलर्ट जारी किया है. इसमें कहा गया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की अगले महीने की भारत यात्रा से पहले आतंकी हमले की आशंका बढ़ गयी है.
खुफिया एजेंसियों से संवेदनशील स्थानों व प्रतिष्ठानों, खासकर शिक्षण संस्थानों की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाने को कहा गया है. साथ ही सभी राज्यों और केंद्रीय एजेंसियों से कहा गया है कि वे संभावित आतंकी हमला रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाएं.
इसके मुताबिक उपरोक्त उपाय केवल हिदायत भर हैं, व्यापक इंतजाम वे खुद करें. (केंद्र की हिदायत के बाद राज्य पुलिस मुख्यालय ने पूरे राज्य में चौकसी बढ़ा दी है. राज्य के एडीजी (मुख्यालय) गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि सभी जिलों, खासकर नेपाल की सीमा से लगे जिलों के एसपी को विशेष चौकसी बरतने का निर्देश दिया जारी किये जा चुके हैं. खुफिया एजेंसियों से मिली जानकारी के अनुसार इस अलर्ट में बिहार से लगी नेपाल की कुल 750 किमी खुली अंतरराष्ट्रीय सीमा पर विशेष चौकसी बरतने का भी निर्देश दिया हैं. आइबी ने आशंका व्यक्त की है कि भारत में हमले के लिए विदेशी आतंकी संगठन भारत-नेपाल की खुली सीमा का फायदा उठाने के फिराक में हैं. इस संबंध में बिहार से लगी भारत-नेपाल की खुली सीमा पर तैनात सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) को भी सतर्क कर दिया गया है.
उधर केंद्रीय गृह मंत्रलयों के अधिकारियों के अनुसार, दिल्ली, मुंबई के कुछ शीर्ष स्कूलों और उत्तराखंड व हिमाचल प्रदेश के कुछ रिहायशी स्कूलों को विशेष सुरक्षा दिशा-निर्देश दिये गये हैं. एक अन्य सलाह में गृह मंत्रलय ने कहा कि इस तरह की खबरें हैं कि लश्कर ए तैयबा नयी दिल्ली में दो होटलों को निशाना बनाने के फिराक में है और नयी दिल्ली और आगरा के बीच राजमार्ग को भी निशाना बना सकता है.
केंद्रीय गृह मंत्रलय की सलाह में बताया गया है कि सभी संवेदनशील स्थानों पर वर्तमान मानक संचालन प्रक्रिया के तहत मॉक ड्रिल का आयोजन किया जा सकता है. इसमें कहा गया है कि प्रतिबंधित सिमी के सदस्यों से भी खतरा हो सकता है, जो खंडवा जेल (मध्यप्रदेश) से फरार हो गये थे.
इंडियन मुजाहिदीन का पाकिस्तान स्थित संगठन और लश्कर ए तैयबा भी खतरा पैदा कर सकता है. इसके अलावा कट्टरपंथी आइएसआइएस के समर्थकों द्वारा हमले को अंजाम देने की भी आशंका बन सकती है. मालूम हो कि पटना व बोधगया ब्लास्ट में सिमी का हाथ था.
राज्यों को एक परामर्श जारी किया गया है. सार्वजनिक स्थलों और स्कूलों-कॉलेजों में में विशेष सुरक्षा का निर्देश दिया गया है.
राजनाथ सिंह, गृह मंत्री
स्कूलों के लिए निर्देश : स्कूलों के लिए जारी निर्देशों में कहा गया है कि स्कूल किसी आतंकी हमले की सूरत में बच्चों के बचाव की योजना, बंधक बनाये जाने की स्थिति से बचाव के तौर-तरीकों, सभी को कैसे सतर्क करें और किसी आपात स्थिति में दरवाजों और गेट को बंद करने आदि के संबंध में योजना बनायें.