अभी और रंग दिखायेगी ठंड

त्रसर्द हवा ने बढ़ायी ठिठुरनत्रबीच-बीच में पश्चिमी विक्षोभ बढ़ायेगी मुश्किलत्रमकर संक्रांति तक सतायेगी ठंडआरा . ठंड अब अपने रंग में आने को है. बर्फसे ढंके पहाड़ों से होकर आनेवाली पछुआ हवा ने इसका अहसास भी करा दिया. दिन भर चली सर्द हवा और खिली धूप की वजह से तापमान में उतार-चढ़ाव जारी है. पहाड़ों पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 18, 2014 10:02 PM

त्रसर्द हवा ने बढ़ायी ठिठुरनत्रबीच-बीच में पश्चिमी विक्षोभ बढ़ायेगी मुश्किलत्रमकर संक्रांति तक सतायेगी ठंडआरा . ठंड अब अपने रंग में आने को है. बर्फसे ढंके पहाड़ों से होकर आनेवाली पछुआ हवा ने इसका अहसास भी करा दिया. दिन भर चली सर्द हवा और खिली धूप की वजह से तापमान में उतार-चढ़ाव जारी है. पहाड़ों पर हुई बर्फबारी, मैदानी इलाकों में हुई बारिश और ओले पड़ने की वजह उधर से आनेवाली पछुआ हवा साथ हाड़ कंपा देने वाली सर्दी भी लायेगी. बीच-बीच में पश्चिमी विक्षोभ के आने पर चंद दिनों के लिए मौसम में भले बदलाव दिखे, पर मकर संक्रांति तक ठंड मजबूती के साथ अपनी उपस्थिति दर्ज करायेगी.पूर्वानुमान : 19 और 20 दिसंबर से कुहासा और घना हो जायेगा. अधिकतम तापमान 21-24 डिसे के बीच रहेगा. न्यूनतम धीरे-धीरे घट कर सात से नीचे आयेगा. अप्रत्याशित मौसम की वजह हुदहुद चक्रवात के चलते मध्य अक्तूबर में हुई भारी बारिश है. इसके कारण हवा में नमी अपेक्षाकृत अधिक रही. इसकी वजह से नवंबर के अंत से ही कुहासा बनना शुरू हो गया. कुहासे की वजह से अधिकतम तापमान लगातार औसत से कम रहा. पश्चिमी और बंगाल की खाड़ी से आनेवाली नम हवाओं के मिलन से जाड़े की पहली बारिश हुई .

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