कांग्रेस से संबंध स्पष्ट करे जदयू : मंगल

पटना : कांग्रेस के साथ अपना संबंध स्पष्ट करे जदयू. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव कह रहे हैं कि कांग्रेस से गंठबंधन नहीं होगा, लेकिन कांग्रेस का खुला समर्थन भी लिया जा रहा है. कांग्रेस के साथ रिश्तों को लेकर जदयू का दोहरा चरित्र सामने आ गया है.ये बातें भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मंगल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 11, 2013 2:57 AM

पटना : कांग्रेस के साथ अपना संबंध स्पष्ट करे जदयू. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव कह रहे हैं कि कांग्रेस से गंठबंधन नहीं होगा, लेकिन कांग्रेस का खुला समर्थन भी लिया जा रहा है. कांग्रेस के साथ रिश्तों को लेकर जदयू का दोहरा चरित्र सामने गया है.ये बातें भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय ने कहीं.


* सरकारी
मशीनरी का दुरुपयोग

उन्होंने कहा कि जदयू के नेता हम पर आरोप लगा रहे हैं कि भाजपा कॉरपोरेट घरानों के सहारे चल रही है, जबकि सच्चई यह है कि उसके सहारे जदयू अपनी नैया पार लगा रही है. हजारों करोड़ की दवा कंपनी के मालिक महेंद्र प्रसाद को जदयू ने तीन बार राज्यसभा में भेजा है. जदयू को बताना चाहिए कि महेंद्र प्रसाद ने जनता के लिए कौनसा काम किया है? कॉरपोरेट घराने की एक और हस्ती को जदयू ने सांसद बनाया है.

उन्होंने कहा कि जदयू सरकारी मशीनरी का जम कर दुरुपयोग कर रहा है. भाजपा के पूर्व सांसद रामजीदास ऋषिदेव ने जदयू ज्वाइन किया है. इसकी प्रेस विज्ञप्ति सूचना जनसंपर्क विभाग जारी कर रहा है. उन्होंने जदयू के राष्ट्रीय प्रदेश अध्यक्ष से इस बाबत स्पष्टीकरण मांगा है. उन्होंने सजा होने पर सांसदों विधायकों को अयोग्य ठहराये जाने संबंधी सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया. मौके पर पार्टी के प्रदेश महामंत्री सुधीर शर्मा, विधायक प्रेम रंजन पटेल प्रवक्ता संजय मयूख भी मौजूद थे.


* सेवायात्रा
पर खर्च का ब्योरा दे सरकार

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सेवायात्रा पर हुए खर्च को बिहार सरकार सार्वजनिक करे. सेवायात्रा में जनता से मिले लाखों शिकायत पत्रों में कितने का उन्होंने निबटारा किया, इसका भी सरकार विवरण दे. भाजपा विधायक संजय सिंह टाइगर ने कहा कि सेवायात्रा में हेलीकॉप्टर सरकारी वाहनों का उपयोग किया गया. सरकारी भवनों महंगे होटलों में पड़ाव डाला गया. सरकारी खर्च पर मैदानों की घेराबंदी की गयी और सुरक्षा के लिए दूसरे जिलों के पुलिस बल की मदद ली गयी. तमाम खर्च सरकारी खजाने से हुए.

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