जोरदार ठंड अभी बाकी है!
चेतावनी : रहें सावधान, अब चलेंगे सर्द हवाओं के बाउंसर पटना : शहर में पिछले चार दिनों से ठंड का कहर थम नहीं रहा है. तीन दिनों के बाद शुक्रवार को धूप निकली, लेकिन पछुआ हवा के सामने उसकी तपिश महसूस ही नहीं हो पा रही थी. आसमान के साफ होने से रात के तापमान […]
चेतावनी : रहें सावधान, अब चलेंगे सर्द हवाओं के बाउंसर
पटना : शहर में पिछले चार दिनों से ठंड का कहर थम नहीं रहा है. तीन दिनों के बाद शुक्रवार को धूप निकली, लेकिन पछुआ हवा के सामने उसकी तपिश महसूस ही नहीं हो पा रही थी. आसमान के साफ होने से रात के तापमान में और गिरावट आयेगी.
इससे रात में ठंड का प्रकोप और ज्यादा बढ़ जायेगा. रविवार को न्यूनतम तापमान पांच से छह डिग्री सेल्सियस के रहने की संभावना है. इस स्थिति में राजधानी सहित सूबे के लगभग जिले शीतलहर की चपेट में आ जायेगा. मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक अगले दो-तीन दिन सुबह 10-11 बजे के बाद धूप निकलेगी, जिससे दिन में लोगों को एक-दो घंटे राहत मिलेगी, लेकिन शाम होते ही ठंड का कहर जारी हो जायेगा.
अगले दो-तीन दिनों तक दिन में धूप निकलेगी. इससे दिन के तापमान में बढ़ोतरी होगी. लेकिन, रात के तापमान में भारी गिरावट होगी. इससे रात में ठंड ज्यादा बढ़ जायेगी और सूबा शीतलहर की चपेट में रहेगा. शाम से कोहरा छाना शुरू होगा, जो देर सुबह तक बना रहेगा.
– एके सेन, निदेशक, मौसम विज्ञान केंद्र, पटना
200 मीटर तक होगा विजिबलिटी
जहां दिन व रात में पछुआ हवा चलेगी, वहीं सुबह में घना कोहरा छाया रहेगा. हालांकि सुबह दस बजे के बाद धूप निकलेगी, लेकिन पछुआ हवा से लोगों की कंपकपी बढ़ेगी. मौसम विभाग के अनुसार सूबे में पछुआ हवा चल रही है, जो जम्मू-कश्मीर से ठंडक लिये आ रही है. इसी के चलते शाम होते ही कुहासा छाना शुरू हो जायेगा और यह देर रात से सुबह तक काफी घना हो जायेगा. कुहासा इतना ज्यादा घना होगा कि विजिबलिटी 150 से 200 मीटर तक होगा.
जेट की फ्लाइट तीसरे दिन भी रद्द
कोहरे से जेट एयरवेज (पटना-कोलकाता) फ्लाइट लगातार रद्द हो रही है. शुक्रवार को तीसरे दिन भी जेट की विमान संख्या 9 डब्ल्यू 2685 को रद्द कर दिया गया. एसएमएस से फ्लाइट रद्द होने की सूचना मिलते ही यात्री नाराज हो गये. इधर, एयर इंडिया 409 की फ्लाइट दो घंटे और गो एयर जी 8144 की फ्लाइट सवा घंटे लेट रही.
सुविधा के नाम पर सिर्फ लकड़ी
निगम क्षेत्र में बेघरों के लिए रैन बसेरा बनाया गया है, जहां इस ठिठुरती ठंड में आराम से रात बीत सके. पिछले तीन-चार दिनों से पड़ रही कड़ाके की ठंड के बावजूद निगम प्रशासन की ओर से कोई समुचित व्यवस्था नहीं की गयी है. मालूम हो कि निगम क्षेत्र में ज्यादातर रैन बसेरा नूतन राजधानी व बांकीपुर अंचल में हैं. रैन बसेरों में कंबल से लेकर अलाव को लेकर लकड़ी की व्यवस्था निगम को सुनिश्चित करना है, लेकिन, दोनों अंचलों में रैन बसेरों में खानापूर्ति के लिए केवल लकड़ी गिरा दी जाती है. लकड़ी भी इतनी कम रहती है कि वह रात आठ बजे तक ही जल कर खत्म हो जाती है.
अलाव नहीं जले, तो करें फोन
आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव व्यास जी ने कहा कि आम लोगों से अपील की जा रहा है कि निर्धारित जगहों पर अलाव नहीं जलने की सूचना फोन नंबर 0612- 2217305 पर दें, ताकि जिम्मेवार लोगों पर कार्रवाई की जा सके. उन्होंने कहा कि अलाव जल रहे हैं अथवा नहीं, इसकी जांच के लिए अधिकारियों की टीम औचक निरीक्षण कर रही है. अब तक सरकार की ओर से विभिन्न जिलों में 1513 जगहों पर अलाव में 120282 किलो लकड़ी जलायी गयी है. गरीबों के बीच 150 कंबल बांटे गये हैं.