रेलवे हॉस्पिटल में खुला सेंटर, किडनी रोगियों का होगा डायलिसिस

पटना: किडनी की समस्या बेहद गंभीर होती है. किडनी काम करना बंद कर दे, तो शरीर में कई तरह की जटिलताएं पैदा होने लगती हैं. लोगों का जीना दुश्वार हो जाता है. ऐसे में किडनी ट्रांसप्लांट एक बेहतर विकल्प साबित होता है. अब इसकी सुविधा पटना जंकशन के केंद्रीय सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में मिलना शुरू […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 28, 2014 5:53 AM

पटना: किडनी की समस्या बेहद गंभीर होती है. किडनी काम करना बंद कर दे, तो शरीर में कई तरह की जटिलताएं पैदा होने लगती हैं. लोगों का जीना दुश्वार हो जाता है. ऐसे में किडनी ट्रांसप्लांट एक बेहतर विकल्प साबित होता है. अब इसकी सुविधा पटना जंकशन के केंद्रीय सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में मिलना शुरू हो गया है. पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक मधुरेश कुमार ने शनिवार को होमो डायलिसिस सेंटर का उद्घाटन किया.

इस सेंटर में कुल छह मशीनें लगायी जायेंगी. फिलहाल दो मशीनें लगायी जा चुकी हैं. किडनी डायलिसिस सुविधा नहीं होने से रेलवे कर्मचारियों को बाहर से इलाज कराना पड़ रहा था. पहले चरण में ओपीडी और दूसरे चरण में इंडोर सेवा शुरू की जायेगी. इसके अलावा महाप्रबंधक ने न्यू रेलवे कॉलोनी में टाइप 1 और टाइप 2 के दो यूनिट, जंकशन पर बनाये गये लोको रनिंग रूम और रंगीन फव्वारा का उद्घाटन किया.

फव्वारा देख नाराज हुए जीएम : करबिगहिया साइड की ओर कुल 26 लाख रुपये की लागत से बने फव्वारे का उद्घाटन करते हुए जीएम ने काफी नाराजगी जतायी. फव्वारे के नोजल से निकल रहे पानी की मोटी धार को देखते हुए मधुरेश कुमार ने कहा कि फव्वारा से रंगीन पानी बारिश की बूंदों की तरह निकलना चाहिए. उन्होंने नोजल की क्वालिटी को देख उसे बदलने के लिए कहा. इसके अलावा दस नंबर प्लेटफॉर्म पर बंद पड़े ट्रेन रनिंग स्टेटस बोर्ड को देखते हुए इलेक्ट्रिक विभाग के अधिकारियों से पूछा व इसे तुरंत सही करने का निर्देश दिया.

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