अगले साल मार्च तक 2500 किमी लंबाई में बन जायेंगी ग्रामीण सड़कें
राज्य के 29 जिलों में पीएमजीएसवाइ फेज-तीन के तहत करीब 2500 किमी लंबाई में सड़कों का निर्माण मार्च 2025 तक पूरा होने की संभावना है.
पीएमजीएसवाइ फेज-3 संवाददाता, पटना राज्य के 29 जिलों में पीएमजीएसवाइ फेज-तीन के तहत करीब 2500 किमी लंबाई में सड़कों का निर्माण मार्च 2025 तक पूरा होने की संभावना है. ये छोटी लंबाई की सड़कें हैं. इनकी अधिकतम लंबाई 15 किमी है और इन सड़कों की निर्माण लागत पांच से पंद्रह करोड़ रुपये है. इन परियोजनाओं पर करीब 2427.55 करोड़ रुपये की लागत का अनुमान है. इन सड़कों के निर्माण के साथ ही अगले पांच साल तक के लिए रखरखाव करने के लिए ठेकेदारों को जिम्मेदारी दी गयी है. फिलहाल इस साल बाढ़ के कारण सड़क और पुलों का निर्माण बाधित हुआ है. पानी कम होने पर अगले महीने की शुरुआत से फिर काम शुरू होगा. सूत्रों के अनुसार केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय ने नवंबर 2022 में पीएमजीएसवाइ फेज-3 के तहत बिहार में 2438.32 किमी लंबाई की ग्रामीण सड़क परियोजनाओं को मंजूरी दी थी. इसके साथ ही 3241.93 मीटर लंबाई के 72 पुलों के निर्माण पर भी सहमति दे दी थी. इन परियोजनाओं पर राज्यांश की राशि करीब 982.47 करोड़ रुपये था. इस अनुमति के बाद ग्रामीण कार्य विभाग ने दो चरणों में ग्रामीण सड़कों के निर्माण की प्रक्रिया शुरू की थी. इसमें पहले चरण में अधिकतम पांच करोड़ रुपये की लागत और दूसरे चरण में पांच से अधिकतम 10 करोड़ रुपये की लागत वाली ग्रामीण सड़कों का निर्माण हो रहा है. इन सड़कों के निर्माण से ग्रामीण क्षेत्रों में आवागमन सुविधा बेहतर होगी. खासकर स्कूल, पंचायत भवन, पीएचसी, मंडी आदि से स्थानीय लोगों को बेहतर कनेक्टिविटी मिल सकेगी. इन 29 जिलों में बन रही है सड़क अरवल, बांका, भागलपुर, बेगूसराय, भोजपुर, बक्सर, छपरा, दरभंगा, पूर्वी चंपारण, गया, नवादा, गोपालगंज, जहानाबाद, कैमूर, कटिहार, खगड़िया, किशनगंज, मधेपुरा, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, पटना, पूर्णिया, रोहतास, सहरसा, समस्तीपुर, सीतामढ़ी, सुपौल, वैशाली और पश्चिम चंपारण.
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