आज से मिलेगी ठंड से हल्की राहत
पटना : दो दिनों से सूबे में धूप निकल रही है,लेकिन कश्मीर से आ रही बर्फीली पछुआ हवा के सामने धूप की तपिश फीका पड़ जा रही है. सोमवार को प्रदेश का सबसे ठंड जिला गया रहा. गया का न्यूनतम तापमान 2.7 डि.से रिकार्ड किया गया. पटना में दिन के 11 बजे के बाद धूप […]
पटना : दो दिनों से सूबे में धूप निकल रही है,लेकिन कश्मीर से आ रही बर्फीली पछुआ हवा के सामने धूप की तपिश फीका पड़ जा रही है. सोमवार को प्रदेश का सबसे ठंड जिला गया रहा. गया का न्यूनतम तापमान 2.7 डि.से रिकार्ड किया गया. पटना में दिन के 11 बजे के बाद धूप निकली. न्यूनतम तापमान 7.2 डि.से रिकार्ड किया गया. मंगलवार से दिन के तापमान के साथ-साथ रात के तापमान में भी इजाफा होने की संभावना है.
ठंड से लोगों को थोड़ी राहत मिलेगी,जो दो जनवरी तक बना रहेगा. लोगों को चार दिनों तक शीतलहर से राहत मिलेगी. हालांकि,दो जनवरी के बाद फिर ठंड का प्रकोप बढ़ेगा. सोमवार की सुबह में घना कोहरा था. विजिबलिटी 50-100 मीटर थी. मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक देर रात से कोहरा छाना शुरू हो जायेगा. मौसम विज्ञान केंद्र,पटना के निदेशक एके सेन ने बताया कि 30 दिसंबर से दो जनवरी तक ठंड में कमी आयेगी. तापमान सामान्य रहेगा. तीन जनवरी से फिर ठंड बढ़ने की आशंका है.
सिपाही को लगी ठंड, लकवा भी मार गया
पटना. सोमवार को पटना जंकशन के प्लेटफॉर्म नंबर चार पर बक्सर जा रहे एक पुलिस के जवान को ठंड लग गयी, जिससे वह गिर गया. जीआरपी के जवान उसे पीएमसीएच ले गये. इस दौरान ही वह लकवा से ग्रसित हो गया. एक हाथ और मुंह टेढ़ा होने से वह कुछ बोल नहीं पा रहा था. पीएमसीएच के इमरजेंसी हॉस्पिटल में उसे भरती कराया गया. बक्सर का राजीव रंजन पटना में ही सिपाही के पद पर तैनात है.
पीएमसीएच में बढ़ी शिशु मरीजों की संख्या
पटना. ठंड बढ़ने से पीएमसीएच के ओपीडी में मरीजों की संख्या भले ही सोमवार को 1500 से घट कर 878 पहुंच गयी, लेकिन बच्चों की संख्या बढ़ी हैं. इन भरती बच्चों में भी चेस्ट इंफेक्शन से पीड़ित बच्चों का प्रतिशत अधिक है. ओपीडी व इमरजेंसी में कफ एंड कोल्ड, वायरल में सर्दी, खांसी, बुखार से ग्रसित बच्चों की भीड़ बढ़ रही है.
वहीं निमोनिया से पीड़ित बच्चे भी भरती हो रहे हैं. सोमवार को ठंड के कारण शिशु विभाग में 32 बच्चे ऐसे पहुंचे हैं, जो चेस्ट इंफेक्शन से पीड़ित थे. पीएमसीएच में शिशु विभाग की एचओडी डॉ नीलम वर्मा ने बताया कि एक सप्ताह के भीतर ओपीडी व इमरजेंसी में आनेवाले बच्चों में लगभग 40 प्रतिशत चेस्ट इंफेक्शन पीड़ित हैं. इनमें से कुछ बच्चों को भरती किया गया है. उन्होंने कहा कि एक साल से कम उम्र के बच्चों की सांस तेज चले या छाती में गड्ढा पड़ना शुरू हो जाये, तो तुरंत चिकित्सक से मिल लें. देर करने पर बीमारी बढ़ सकती है और बाद में यह गंभीर रूप ले सकता है. पीएमसीएच उपाधीक्षक डॉ सुधांशु सिंह ने कहा कि ठंड में सबसे अधिक बच्चे बीमार होकर पहुंच रहे हैं.
2276 जगहों पर जले अलाव
पटना. पूरे राज्य में अब तक 2276 जगहों पर अलाव जलाने की सूचना है. लगभग पांच हजार कंबल का वितरण किया गया है. आपदा प्रबंधन विभाग के ओएसडी विपिन कुमार राय ने बताया कि ठंड से राज्य के 11.42 लाख लोग प्रभावित हैं. 28 रैनबसेरों में 5766 लोग आश्रय लिये हुए हैं.