बोआई और रोपनी के समय मिले खाद-बीज
कृषि आधारित जिला होते हुए भी किसानों के लिए विडंबना रही है कि बोआई और रोपनी के समय ही बाजार से खाद गायब हो जाती है. कृषि विभाग भी इस समस्या के निराकरण में हाथ खड़ा कर देता है. वर्ष 2014 भी इससे अधूरा नहीं रहा. वर्ष 2015 में किसान इस समस्या से मुक्ति चाहेंगे.विद्यालयों […]
कृषि आधारित जिला होते हुए भी किसानों के लिए विडंबना रही है कि बोआई और रोपनी के समय ही बाजार से खाद गायब हो जाती है. कृषि विभाग भी इस समस्या के निराकरण में हाथ खड़ा कर देता है. वर्ष 2014 भी इससे अधूरा नहीं रहा. वर्ष 2015 में किसान इस समस्या से मुक्ति चाहेंगे.विद्यालयों में हो पठन-पाठन की व्यवस्थाप्राइमरी से लेकर कॉलेज तक पठन-पाठन की व्यवस्था कागजों पर है. नामांकन तो होता है, लेकिन शिक्षकों की घोर कमी, भवन, उपस्कर के अभाव ने पठन-पाठन को चौपट कर दिया है. वर्ष 2015 में सभी छात्र-छात्राओं और अभिभावकों का सपना है कि पढ़ाई की वास्तविक व्यवस्था होगी और ये विद्यालय में पढ़ पायेंगे.विश्वकप में भारत करे फिर फतहवर्ष 2015 में ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड में होनेवाले विश्व कप क्रिकेट में भारत की फतह हो. भारत इस बार भी महेंद्र सिंह धौनी के नेतृत्व में एक बार फिर क्रिकेट का सिरमौर बने. इस टीम से हमें काफी उम्मीद है. युवाओं से भरी इस टीम काफी प्रतिभाशाली है.