उद्योग मंत्री का एलान, बुनकरों का पांच लाख का कर्ज होगा माफ
पटना: सूबे के 800 विद्युत करघा बुनकरों का पांच लाख तक का कर्ज माफ होगा. यह घोषणा बुधवार को उद्योग मंत्री भीम सिंह ने की. वह उद्योग भवन में संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि वर्ष 2015 में बिहार में 10 निजी औद्यौगिक क्षेत्रों की स्थापना का काम पूरा कर लिया जायेगा. […]
पटना: सूबे के 800 विद्युत करघा बुनकरों का पांच लाख तक का कर्ज माफ होगा. यह घोषणा बुधवार को उद्योग मंत्री भीम सिंह ने की. वह उद्योग भवन में संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि वर्ष 2015 में बिहार में 10 निजी औद्यौगिक क्षेत्रों की स्थापना का काम पूरा कर लिया जायेगा.
अभी तक मोकामा और वैशाली में निजी औद्यौगिक क्षेत्रों की स्थापना हो चुकी है. छपरा में तीन निजी औद्यौगिक क्षेत्र की स्थापना का काम इस वर्ष पूरा करने का लक्ष्य है. उन्होंने स्वीक ार किया कि बिहार में उद्योगों को बढ़ावा देने में बैंक सहयोग नहीं कर रहा. सितंबर, 2014 तक बैंकों ने उद्योग खोलने के लिए 1. 57 प्रतिशत उद्यमियों को ही कर्ज दिया. बैंकों का यह रवैया बिहार की नहीं, बल्कि केंद्र की प्रधानमंत्री रोजगार योजना के प्रति है.
उद्योग विभाग ने 12, 432 लोगों को बैंक लोन देने की अनुशंसा की है, पर बैंकों का रवैया सुस्त है. उन्होंने कहा कि यदि बैंक उदारता दिखाये, तो उद्योग खोलने के लिए बिहार के नौजवानों को कम-से-कम आठ करोड़ रुपये मिल सकते हैं. उन्होंने बताया कि बिहार में कैमूर, रोहतास औरंगाबाद और गया में पांच इंडस्ट्रियल कॉरिडोर खोलने की योजना बनायी गयी है.
हालांकि, केंद्र सरकार इस मोरचे पर मदद नहीं कर रही है. पांचों जिलों में इंडस्ट्रियल कॉरिडोर खोलने के लिए जमीन भी उपलब्ध है. बिहार में अप्रैल, 2014 से दिसंबर, 2014 तक उद्योग लगाने के लिए 369 निवेशकों के प्रस्ताव आये हैं. अब तक 86 इकाइयां कार्यरत हैं. अब तक 1809. 13 करोड़ का निवेश हो चुका है. उन्होंने बिहार में उद्योग लगाने के लिए युवाओं को आगे आने की अपील की, सरकार उन्हें हर स्तर पर मदद करेगी. बिना औद्यौगिक विकास के न देश आगे बढ़ सकता है, न बिहार.
मेक इन इंडिया में बिहार को भी मिले हिस्सेदारी
उद्योग मंत्री भीम सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मेक इन इंडिया’ की सफलता में बिहार बड़ा योगदान कर सकता है, बशर्ते मेक इन इंडिया में बिहार को भी नमो सरकार हिस्सेदारी दे. बिहार में उद्योग लगाने को जमीन नहीं मुहैया कराने संबंधी केंद्रीय सूक्ष्म व लघु उद्योग राज्यमंत्री गिरिराज सिंह के आरोपों को उन्होंने गलत करार दिया. उन्होंने कहा कि गिरिराज सिंह को अपने विभाग की कार्यवाहियों की जानकारी नहीं है. वह सिर्फ राजनीति करते हैं. बिहटा में फेगरेंस एवं फ्लेवर सेंटर खोलने के लिए तो बिहार सरकार ने 25 एकड़ जमीन मुहैया कराने का पत्र उनके मंत्रलय को कब का भेज दिया है. संवाददाता सम्मेलन में उद्योग विभाग के रामानंद झा, दिनेश कुमार सिंह और शैलेश ठाकुर सहित कई अधिकारी भी मौजूद थे.