Advertisement
होने लगी चुनावी कसरत
इस साल के अंत में विधानसभा का चुनाव है. इसको लेकर साल के पहले दिन से ही चुनावी माहौल बनने लगा है. नये साल की शुभकामना देने के बहाने राजद व जदयू के नेता एक-दूसरे से पूरी गर्मजोशी से मिले. यहां तक कि मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी भी राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के आवास पर […]
इस साल के अंत में विधानसभा का चुनाव है. इसको लेकर साल के पहले दिन से ही चुनावी माहौल बनने लगा है. नये साल की शुभकामना देने के बहाने राजद व जदयू के नेता एक-दूसरे से पूरी गर्मजोशी से मिले. यहां तक कि मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी भी राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के आवास पर बधाई देने पहुंच गये.
चार माह के बाद पटना लौटते ही लालू प्रसाद ने भाजपा के खिलाफ बयानबाजी तेज कर दी है. इधर, भाजपा नेता सुशील मोदी व नंदकिशोर यादव सहित केंद्रीय मंत्रियों ने राज्य सरकार पर हमले तेज कर दिये हैं. इतना ही नहीं, केंद्रीय मंत्रियों ने लोक लुभावन घोषणाएं भी शुरू कर दी हैं. शनिवार को जदयू की राजनीतिक सलाहकार समिति व रविवार को पदाधिकारियों की बैठक होगी. इसके बाद भाजपा कार्यसमिति की भी बैठक होनेवाली है.
जनता परिवार के मिलने से छटपटा रहे भाजपाई : लालू
पटना : राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने कहा कि बिहार की पुरवैया हवा दिल्ली के माहौल को बदल देगी. यह राज्य देश की दिशा तय करता है. बीजेपी ने घर वापसी के बहाने जो डिजाइन किया है, वह देश तोड़नेवाला है. देश को बचाने की जिम्मेवारी उन पर भी है. देश के सामाजिक ताने-बाने को कोई तोड़ने की कोशिश करेगा, तो उसके मंसूबे को नाकाम कर दिया जायेगा. पटना पहुंचने के बाद लालू प्रसाद शुक्रवार को भी दिन भर पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से मिलते रहे. 10 सकरुलर रोड में एक बार फिर से चहल-पहल तेज हो गयी है. उन्होंने एक बार फिर दोहराया कि सभी दलों के विलय का काम महज औपचारिकता रह गयी है.
इसकी शीघ्र घोषणा सपा नेता मुलायम सिंह यादव करेंगे. गणोशजी को दूध पिलानेवाले घर वापसी के नाम पर धर्मातरण का खेल खेल रहे हैं. समाज में नफरत का बीज बोया जा रहा है. जनता परिवार का वोट 45 फीसदी से अधिक है. इसे देख कर बीजेपी वाला छटपटा रहा है. बीजेपी में किसी मंत्री का सम्मान नहीं है. नरेंद्र मोदी ने योजना आयोग को भंग कर परंपरा को तोड़ दिया है. पुरखों का पन्ना मिटा कर अपना पन्ना लगाना चाह रहे हैं. सुशील मोदी के बयानों को दरकिनार करते हुए उन्होंने कहा कि वह तो हमारा सेक्रेटरी रहे हैं. समाजवादियों की एका से भाजपाइयों में बेचैनी बढ़ गयी है.
धीरे-धीरे निकल रही भाजपा की हवा : नीतीश
पटना : पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि विधानसभा चुनाव में भाजपा की हार होगी. उसकी हवा धीरे-धीरे निकल रही है. वह चुनावी वादा निभाने में विफल रही है और अपनी नाकामी को छिपाने के लिए विभाजनकारी रास्ता अपना रही है. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में भाजपा ने काला धन वापस लाने, युवाओं के लिए रोजगार पैदा करने और बिहार को विशेष दर्जा देने सहित कई वादे किये थे. लेकिन, ये सभी वादे अब उन पर भारी पड़ रहे हैं. अब धर्म परिवर्तन और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को चर्चित कर भगवा संगठनों की मदद से लोगों का ध्यान अपने एजेंडे से हटाना चाहती है.
हमारी एकता से डरी भाजपा
नीतीश ने कहा कि भाजपा नेता डर से जनता परिवार के विलय की आलोचना कर रहे हैं.अगर डर नहीं होता, तो वे इसे नजरंदाज कर देते. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में भाजपा की जीत के ठीक दो महीने बाद बिहार में 10 विधानसभा सीटों के उपचुनाव में देश ने जदयू, राजद और कांग्रेस वाली एकीकृत धर्मनिरपेक्ष पार्टियों की जीत को देखा. यह पूछे जाने पर कि वह अपनी जनसभाआंे में प्रधानमंत्री के टेप क्यों चलाते हैं, श्री कुमार ने कहा कि विपक्ष के नेता होने के नाते जनता को सच्चाई से अवगत कराना हमारा कर्तव्य है. प्रधानमंत्री के स्वच्छता अभियान पर उन्होंने कहा कि यह देश में नया नहीं है. महात्मा गांधी के बाद किसी ने स्वच्छता पर जोर दिया, तो वे राममनोहर लोहिया थे, जिनकी विचारधारा का हम पालन करते हैं.
विलय तय, औपचारिकता बाकी
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि पुराने जनता परिवार का विलय तय है और कुछ औपचारिकता ही बाकी है. चुनाव के बाद बिहार में गंठबंधन की अगुआई के सवाल पर उन्होंने कहा, विलय प्रक्रिया पूरी होने के बाद सही समय पर इन मुद्दों पर फैसला होगा. भाजपा को हराने के लिए क्या कांग्रेस और वाम दलों को आमंत्रित किया जायेगा, उन्होंने इस संभावना से इनकार नहीं किया. साथ ही यह भी कहा कि यह सभी भविष्य के मुद्दे हैं.
नीतीश के फिल्मी डायलॉग पर जनता को नहीं हो रहा यकीन : मोदी
पटना : पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद से गले मिल कर जंगलराज-टू की शुरुआत कर दी है. नीतीश कुमार के फिल्मी डायलॉग ‘मैं हू ना..’ पर जनता को यकीन नहीं होगा. फेसबुक पर ताजा पोस्ट में मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार अब कह रहे हैं कि लालू के साथ रहने का कोई असर नहीं पड़ेगा. बिहार सरकार और सत्तारूढ़ गंठबंधन पूरी तरह नीतीश कुमार के प्रभाव में है, फिर भी वे शहाबुद्दीन, रीतलाल यादव, सुरेंद्र यादव, प्रभुनाथ सिंह और पप्पू यादव जैसे बाहुबलियों की दबंगई नहीं रोक पा रहे हैं.
वह जैसे ही अपराधियों पर लगाम लगाने की कोशिश करेंगे, उनकी सत्ता चली जायेगी. उन्हें बताना चाहिए कि सीवान, छपरा, गया, खगड़िया, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया और पटना पुराने दिनों में कैसे लौट आया? शहाबुद्दीन जेल में हैं और वहीं से 23 लोगों की हत्या की हिट लिस्ट जारी हुई. रोशन हत्याकांड में शहाबुद्दीन का बेटा ओसामा मुख्य आरोपित है, लेकिन सरकार उसे गिरफ्तार करने की हिम्मत नहीं दिखा रही. सांसद पप्पू यादव डॉक्टरों को धमकाते घूम रहे हैं. धर्मातरण के लिए दलितों को खुलेआम उकसा रहे हैं.
मुंगेरी लाल के हसीन सपने से जागें मांझी-नीतीश: नंदकिशोर
पटना. मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी व नीतीश कुमार मुंगेरी लाल के हसीन सपने से जागें, तो उन्हें एहसास हो जायेगा कि प्रगतिशील बिहार को उन्होंने किस दलदल में फंसा दिया है. ये बातें विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता नंदकिशोर यादव ने कहीं. उन्होंने कहा कि पूरा सूबा जुर्म से सहम रहा है, वहीं सीएम जीतन मांझी से लेकर जदयू के तमाम नेता लालू प्रसाद के घर दरबार लगाने में व्यस्त हैं.
नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद के जंगलराज से बिहार को मुक्त कराने के नाम पर भाजपा से गंठबंधन किया था, लेकिन आज वह बिहार को अराजकता और बदहाली में धकेल कर खुद लालू प्रसाद से जा मिले हैं. लालू शासन में अपराधियों को सत्ता का संरक्षण मिलने से जंगलराज आया था, अब राजद से हाथ मिलाने के बाद जदयू भी अपराधियों को संरक्षण देकर उसकी पुनरावृत्ति कर रहा है.
जदयू राजनीतिक सलाहकार समिति की बैठक आज पदाधिकारियों की होगी कल
पटना : जदयू की राजनीतिक सलाहकार समिति की बैठक शनिवार को प्रदेश कार्यालय में होगी. प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह की अध्यक्षता में सुबह 11 बजे से यह बैठक होगी. इसमें पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजनीतिक सलाहकार समिति के करीब 200 सदस्य रहेंगे. पुराने जनता परिवार के विलय की संभावना को देखते हुए यह बैठक महत्वपूर्ण मानी जा रही है.
समिति के सदस्य इस मुद्दे पर पार्टी को अपनी राय देंगे. विधानसभा चुनाव को लेकर भी ग्रास रूट पर पार्टी को मजबूत करने के लिए भी समिति के सदस्य अपनी राय देंगे. इसके बाद रविवार को जदयू के पार्टी पदाधिकारियों की भी बैठक पार्टी ऑफिस में होगी. इसमें पार्टी के पदाधिकारी, प्रवक्ता, प्रकोष्ठों के अध्यक्ष शामिल होंगे. इसमें भी वर्तमान राजनीतिक समीकरण और भविष्य को लेकर चर्चा की जायेगी.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement