ट्रेड यूनियनों ने बनायी मानव शृंखला
पटना. बीमा क्षेत्र में विदेशी पूंजी को आमंत्रित करने तथा पहले से चले आ रहे 26 प्रतिशत की सीमा को बढ़ा कर 49 प्रतिशत करने से संबंधित अध्यादेश के खिलाफ शनिवार को डाकबंगला चौराहा पर मानव शृंखला का निर्माण किया. मानव शृंखला में सरकारी कर्मचारी, बैंक कर्मचारी, दवा प्रतिनिधि, ऑटो चालक, रेलवे व निर्माण मजदूर, […]
पटना. बीमा क्षेत्र में विदेशी पूंजी को आमंत्रित करने तथा पहले से चले आ रहे 26 प्रतिशत की सीमा को बढ़ा कर 49 प्रतिशत करने से संबंधित अध्यादेश के खिलाफ शनिवार को डाकबंगला चौराहा पर मानव शृंखला का निर्माण किया. मानव शृंखला में सरकारी कर्मचारी, बैंक कर्मचारी, दवा प्रतिनिधि, ऑटो चालक, रेलवे व निर्माण मजदूर, केंद्रीय कर्मी से लेकर साधारण व जीवन बीमा कर्मियों ने भाग लिया. को-ऑर्डिनेशनल कमेटी ऑफ ट्रेड यूनियंस व एसोसिएशंस, बिहार के संयोजक मंजुल कुमार दास, संयुक्त संयोजक श्रीकांत मिश्रा व बी प्रसाद ने कहा कि मोदी सरकार की जन विरोधी व देशहित विरोधी कदमों का सड़क पर उतर कर विरोध किया जायेगा. जनता को गोलबंद करेंगे और नीतियां बदलने के लिए मोदी सरकार को मजबूर करेंगे. उन्होंने कहा कि हमारे देश का एलआइसी एक सर्वोत्तम आर्थिक संगठन है. नेहरू सरकार द्वारा 1956 में राष्ट्रीयकरण के वक्त दिये गये पांच करोड़ रुपये की पूंजी को 2014 तक 18 लाख करोड़ रुपये की पूंजी तक पहुंचा दिया. भारत सरकार को प्रति वर्ष करोड़ों रुपये की मदद करता है, ताकि देश का विकास होता रहे.