पीयू ने माली की मौत को बनाया मजाक, 25 लाख का चेक दिया, फिर 25 हजार देकर वापस लिया
अमित कुमार पटना : पटना विश्वविद्यालय में माली की मौत भी मजाक बना दी गयी. वीसी प्रो वाइसी सिम्हाद्रि पर जब उनके आवास के माली नरेंद्र पटेल के सुसाइड मामले में प्रताड़ना का आरोप लगा, तो मृतक की पत्नी का मुंह बंद रखने के लिए उसे मुआवजे के रूप में 25 लाख का चेक विधिवत […]
अमित कुमार
पटना : पटना विश्वविद्यालय में माली की मौत भी मजाक बना दी गयी. वीसी प्रो वाइसी सिम्हाद्रि पर जब उनके आवास के माली नरेंद्र पटेल के सुसाइड मामले में प्रताड़ना का आरोप लगा, तो मृतक की पत्नी का मुंह बंद रखने के लिए उसे मुआवजे के रूप में 25 लाख का चेक विधिवत ढंग से दे दिया गया. लेकिन, जब मामला शांत हो गया, तो परिजन और कर्मचारी संघ पर दबाव बना कर चेक वापस ले लिया गया और इसके बदले में उन्हें मात्र 15 हजार का चेक और 10 हजार नकद थमा दिया गया. दरअसल, नौकरी व अन्य लाभ नहीं देने की धमकी के बाद माली के परिजन भी बैकफुट पर आ गये.
पीयू प्रशासन का कहना है कि इतनी राशि देने का प्रावधान नहीं था. अब सवाल उठता है कि जब प्रावधान नहीं था, तो क्या वीसी ने सारे नियमों व प्रक्रिया को दरकिनार करते हुए इतनी बड़ी राशि का चेक जारी कैसे कर दिया?
पत्नी व आठ बच्चों की कैसे होगी परवरिश
मृत माली की पत्नी के अलावा उसके आठ छोटे-छोटे बच्चे हैं. पिता का साया उठने के बाद उन बच्चों की परवरिश किस प्रकार होगी, इसकी चिंता करनेवाला कोई नहीं है. गरीबी की वजह से परिजन केस लड़ने की स्थिति में नहीं हैं और नौकरी नहीं मिलने के डर से चेक के विवाद में भी नहीं पड़ना चाहते हैं. वहीं, पीयू प्रशासन इस मामले में कुछ भी बोलने से बच रहा है. कर्मचारियों में इस बात को लेकर काफी रोष है. इस बात की टीस है कि इस प्रकार का अमानवीय व्यवहार किसी मृतक के परिवार के साथ कोई कैसे कर सकता है. हालांकि, कर्मचारी संघ इस बात से इनकार कर रहा है कि चेक लौटने को लेकर उस पर कोई प्रेशर था.
जवाब देने से बचते रहे वीसी
प्रभात खबर ने वीसी से इस संबंध में सवाल पूछना चाहा, तो वे टाल गये. वीसी ने बाहर होने की बात कहते हुए फोन काट दिया. जवाब नहीं देने के बाद उन्हें वे पांचों सवाल एसएमएस भी किये गये, लेकिन इसके बाद भी कोई जवाब नहीं आया. जवाब की उम्मीद के साथ हम ये सवाल यहां छाप रहे हैं.
25 लाख देने का प्रावधान नहीं था, इसलिए चेक वापस ले लिया गया. चेक वीसी के आदेश से जारी हुआ था और उन्हीं के आदेश से वापस लिया गया. चेक क्यों दिया गया और क्यों लिया गया, यह वीसी ही बता सकते हैं.
प्रो सुधीर श्रीवास्तव, रजिस्ट्रार, पीयू
मैं अभी पटना से बाहर हूं और अभी कोई जवाब नहीं दे सकता.
प्रो वाइसी सिम्हाद्रि, वीसी पीयू
परिजनों को डर था कि विवाद में कहीं उनकी नौकरी व अन्य लाभ खतरे में न पड़ जाये. वे चेक लौटाना चाहते थे. इसलिए चेक को वापस ले लिया गया. अनुकंपा पर नौकरी दिलाने को लेकर संघ काम करेगा.
रणविजय, महासचिव, कर्मचारी संघ
मृत माली के परिजनों और कर्मचारी संघ को काफी धमकाया गया. शो-कॉज और धमकी भरे पत्र जारी किये गये. संघ को गिरफ्त में लेकर विवि प्रशासन द्वारा चेक मृत माली के परिवारवालों से वापस ले लिया गया. उसके परिवार के साथ अत्यधिक अन्याय हुआ है. यह अमानवीय है. मैं इसके खिलाफ राजभवन को पत्र लिख कर न्याय की गुहार लगाऊंगा. 14 जनवरी तक अगर इस मामले का हल नहीं निकला, तो कर्मचारी आंदोलन करेंगे.
रघुराम शर्मा
पीयू के सीनेट सदस्य एवं कर्मचारी