पृथ्वी जैसे ग्रहों के निर्माण का तरीका पता चला

वाशिंगटन : खगोल शास्त्रियों ने एक ऐसे तरीके का पता लगाया है, जिससे दूर तारों पर बिल्कुल धरती जैसे ग्रहांें (एक्सोप्लैनेट्स-सौरमंडल से बाहर का ग्रह) के निर्माण की संभावना जगी है, जो पृथ्वी जैसे तत्वों और मिश्रण प्रक्रिया से बने होंगे. शोधार्थियों का कहना है कि धरती की ‘परीक्षण रसोई (टेस्ट किचन)’ ने हमें एक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 6, 2015 6:02 PM

वाशिंगटन : खगोल शास्त्रियों ने एक ऐसे तरीके का पता लगाया है, जिससे दूर तारों पर बिल्कुल धरती जैसे ग्रहांें (एक्सोप्लैनेट्स-सौरमंडल से बाहर का ग्रह) के निर्माण की संभावना जगी है, जो पृथ्वी जैसे तत्वों और मिश्रण प्रक्रिया से बने होंगे. शोधार्थियों का कहना है कि धरती की ‘परीक्षण रसोई (टेस्ट किचन)’ ने हमें एक विस्तृत तरीका दिया है, लेकिन यह साफ नहीं है कि अन्य ग्रहीय प्रणालियों के लिए भी यही तरीका अपनाया जा सकता है.हॉर्वर्ड-स्मिथसोनियन सेंटर फॉर एस्ट्रोफिजिक्स (खगोल भौतिकी) के प्रमुख लेखक ने बताया, हमारा सौरमंडल उतना भी विशिष्ट नहीं है, जितना कि हम सोचते हैं. अन्य पथरीले ग्रह भी उसी तरह के तत्वों से बने प्रतीत होते हैं जैसी कि पृथ्वी है. शोधार्थियों का कहना है कि शुक्र और पृथ्वी काफी कुछ मिलते जुलते ग्रह हैं और उनके पथरीले तत्व समान हैं.

Next Article

Exit mobile version