भाजपा से संबंध तोड़ा, तो छोड़ देते सत्ता : भूपेंद्र

पटना. भाजपा सांसद व पार्टी के बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव ने कहा कि वर्ष 2010 में बिहार की जनता ने सत्ता पर काबिज होने का जनादेश भाजपा व जदयू को दिया था. नीतीश कुमार ने भाजपा से संबंध तोड़ने की घोषणा की थी, तब उन्हें बिहार की सत्ता भी छोड़ देनी चाहिए थी. लेकिन, उन्होंने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 6, 2015 7:03 PM

पटना. भाजपा सांसद व पार्टी के बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव ने कहा कि वर्ष 2010 में बिहार की जनता ने सत्ता पर काबिज होने का जनादेश भाजपा व जदयू को दिया था. नीतीश कुमार ने भाजपा से संबंध तोड़ने की घोषणा की थी, तब उन्हें बिहार की सत्ता भी छोड़ देनी चाहिए थी. लेकिन, उन्होंने ऐसा नहीं किया. उन पार्टियों के दम पर सत्ता में बने हुए हैं, जिन्हें बिहार की जनता ने न केवल पिछले चुनाव में नकार दिया था, बल्कि वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में भी उनका सूपड़ा साफ कर दिया. उन्होंने बिहार की जनता का आह्वान किया कि बिहार में सत्ता उन हाथों में सौंपें, जो राज्य में पारदर्शी व उत्तरदायी सरकार दे सके. कार्यसमिति की बैठक के अंतिम सत्र को संबोधित करते हुए श्री यादव ने कहा कि बिहार वह जीवंत राज्य है, जो देश की राजनीति के नये मानक तय करता है. इस साल का बिहार विधानसभा चुनाव बिहार ही नहीं, बल्कि देश की राजनीतिक दिशा व दशा तय करनेवाला होगा. उन्होंने कहा कि भाजपा गरीबी को कभी आर्थिक व सामाजिक वर्गों में बांट कर नहीं देखती. हमारा मकसद समाज के अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति को सम्मान और समृद्धि से जोड़ना है. भाजपा ने कभी राजनीति के लिए गरीबी का वर्गीकरण नहीं किया है. उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार द्वारा गरीबों के हित में लिये गये कुछ अहम फैसलों की चर्चा करते हुए कहा कि हमारी सरकार ने देश के अनुसूचित जाति, जनजाति व अल्पसंख्यकों के विकास के लिए अपने बजट में यूपीए सरकार के मुकाबले 45 प्रतिशत की औसत वृद्धि की है. कृषि क्षेत्र के बजट में 20 प्रतिशत तथा मध्यम व लघु उद्योगों के विकास के लिए 25 प्रतिशत की वृद्धि की है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का स्वच्छता अभियान देश के गरीबों के हित में है.

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