तीन लाख में बने डाकसेवक

पटना: ग्रामीण डाकसेवकों की नियुक्ति के मामले में सीबीआइ की टीम ने शुक्रवार को पटना, सीतामढ़ी व समस्तीपुर सहित 16 स्थानों पर छापेमारी की. सीतामढ़ी के प्रधान डाकघर के अधीक्षक कार्यालय, पटना स्थित बिहार राज्य संस्कृत शिक्षा बोर्ड कार्यालय व समस्तीपुर में केंद्रीय डाक विभाग में छापेमारी की गयी. सीबीआइ के सूत्रों ने बताया कि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:33 PM

पटना: ग्रामीण डाकसेवकों की नियुक्ति के मामले में सीबीआइ की टीम ने शुक्रवार को पटना, सीतामढ़ी व समस्तीपुर सहित 16 स्थानों पर छापेमारी की. सीतामढ़ी के प्रधान डाकघर के अधीक्षक कार्यालय, पटना स्थित बिहार राज्य संस्कृत शिक्षा बोर्ड कार्यालय व समस्तीपुर में केंद्रीय डाक विभाग में छापेमारी की गयी.

सीबीआइ के सूत्रों ने बताया कि वर्ष 2008 से 2012 के बीच ग्रामीण डाकसेवकों की नियुक्तियां की गयीं. नियुक्ति के लिए योग्यता मैट्रिक अथवा समकक्ष परीक्षा उत्तीर्ण थी. 30 पदों पर नियुक्ति में भारी अनियमितता पायी गयी है.

सत्यापन के दौरान इन अंकपत्रों को जाली पाया गया है. इनके मध्यमा (मैट्रिक) उत्तीर्ण होने संबंधी प्रमाण-पत्र बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड द्वारा ही जारी किये गये थे. सीबीआइ ने नियुक्ति संबंधी फर्जीवाड़े को लेकर दो केस दर्ज किये हैं, जिनमें नियुक्त होनेवालों व इस नियुक्ति प्रक्रिया में शामिल पदाधिकारियों को आरोपित बनाया गया है. सीबीआइ सूत्रों ने बताया कि ग्रामीण डाकसेवक के पद पर नियुक्ति के लिए उम्मीदवारों द्वारा दो से तीन लाख रुपये तक दिये गये. परीक्षा के पहले व चयन के बाद उम्मीदवारों द्वारा अधिकारियों को पैसे दिये गये.

कार्यालय पहुंचा सीबीआइ
बिहार राज्य संस्कृत शिक्षा बोर्ड के बोरिंग कैनाल रोड स्थित कार्यालय में सीबीआइ की टीम कार्यालय शुरू होने के वक्त ही धमक गयी. 10.30 बजे कार्यालय में पहुंचते ही सीबीआइ की टीम ने अधिकारियों से सीतामढ़ी व समस्तीपुर के मध्यमा परीक्षा उत्तीर्ण परीक्षार्थियों के रिकॉर्ड मांगे. बोर्ड कर्मियों ने सभी संबंधित कागजात सीबीआइ को उपलब्ध कराये. कुछ रिकॉर्ड कार्यालयकर्मियों के पास थे, जो शुक्रवार को छुट्टी पर थे.

उनसे शनिवार को फाइल की मांग की जायेगी. सीबीआइ की टीम ने कार्यालय की ही एक अलमारी को खाली कराया और उसमें अपनी जांच से संबंधित फाइलों को बंद कर सील कर दिया. सीबीआइ की जांच टीम ने बोर्ड के अध्यक्ष रामदेव प्रसाद सहित सचिव व अन्य पदाधिकारी से सहयोग करने को कहा, जिस पर बोर्ड के कर्मियों ने सहमति जतायी.

जो कर्मचारी या पदाधिकारी कार्यालय से बाहर थे, उन्हें फोन करके बुलाया गया. सीबीआइ की टीम ने घंटों संस्कृत शिक्षा बोर्ड के अधिकारियों व कर्मचारियों से देर शाम तक पूछताछ की. बोर्ड के अध्यक्ष डॉ रामदेव प्रसाद ने बताया कि सीबीआइ की टीम डाक विभाग में नियुक्ति को लेकर जानकारी लेने आयी थी, जिन्हें जांच संबंधी सभी कागजात उपलब्ध कराया है. सीबीआइ ने आम लोगों से भरती से संबंधित जानकारी 0612-2235566 पर मांगी है.

Next Article

Exit mobile version