सरकार को न नर्सों की, न मरीजों की चिंता : प्रेम कुमार

पटना. बिहार के सबसे बड़े अस्पताल पीएमसीएच की नर्सों के लगातार भूख हड़ताल के कारण नर्सों और मरीजों की हालत नाजुक बनी है, लेकिन सरकार खामोश हो कर सब-कुछ देख रही है. सरकार ने नर्सों की मांगें पूरी करने और उनकी हड़ताल समाप्त कराने के लिए अभी तक कोई ठोस पहल नहीं की है. इससे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 8, 2015 10:04 PM

पटना. बिहार के सबसे बड़े अस्पताल पीएमसीएच की नर्सों के लगातार भूख हड़ताल के कारण नर्सों और मरीजों की हालत नाजुक बनी है, लेकिन सरकार खामोश हो कर सब-कुछ देख रही है. सरकार ने नर्सों की मांगें पूरी करने और उनकी हड़ताल समाप्त कराने के लिए अभी तक कोई ठोस पहल नहीं की है. इससे साफ हो गया है कि सरकार को न नर्सों की चिंता हैं, न मरीजों की कोई फिक्र. उक्त बातें गुरुवार को पूर्व मंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता डॉ प्रेम कु मार ने कहीं. उन्होंने कहा है कि पिछले वर्ष 21 नवंबर से ही नर्सें हड़ताल पर हैं. नर्सों ने अपनी मांगों को ले कर धरना- प्रदर्शन भी किया, किंतु सरकार उनकी समस्याओं को ले कर गंभीर नहीं है. भूख हड़ताल पर बैठी नर्सों की हालत गंभीर बनी है, किंतु सरकार मूक दर्शक बनी है. उन्होंने सरकार से संविदा पर कार्यरत ‘ए’ नर्सों की बिहार के सरकारी अस्पतालों में काम करने के अनुभव को प्राथमिकता दे कर जल्द-से-जल्द रिजल्ट प्रकाशित करने की मांग की है.

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