जदयू ने कहा, केंद्र सरकार बिहार को कर रही है ब्लैकमेल

पटना : जदयू के प्रदेश प्रवक्ता और विधान पार्षद संजय सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार बिहार कोब्लैकमेल कर रही है. भाजपा नेता सुशील मोदी कह रहे हैं कि बिहार में भी सत्ता दो तो योजनाओं की राशि दी जायेगी. केंद्र ने नगर विकास विभाग द्वारा 12 जगहों पर शुरू होने वाले वाटर सप्लाइ, सीवरेज […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 12, 2015 7:21 AM

पटना : जदयू के प्रदेश प्रवक्ता और विधान पार्षद संजय सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार बिहार कोब्लैकमेल कर रही है. भाजपा नेता सुशील मोदी कह रहे हैं कि बिहार में भी सत्ता दो तो योजनाओं की राशि दी जायेगी. केंद्र ने नगर विकास विभाग द्वारा 12 जगहों पर शुरू होने वाले वाटर सप्लाइ, सीवरेज और 591 नयी बस सेवा की 727 करोड़ की राशि रोक दी है. केंद्र से जब बिहार ने राशि मांगी, तो कहा जा रहा है कि वित्त विभाग से अनुमति नहीं मिली है. केंद्र द्वारा बिहार को कटघरे पर खड़ा करने का काम किया जा रहा है. जदयू प्रवक्ता ने कहा कि इंदिरा आवास की संख्या घटा दी है.

केंद्र से राशि नहीं मिलने के कारण बिहार में मनरेगा का काम करीब छह महीना से ठप है. इसमें मजदूरों का भी बकाया रह गया है. उन्होंने कहा कि केंद्र जदयू सरकार के प्रति भेदभाव वाली नीति के तहत मनरेगा और आइएवाइ जैसी केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी योजनाओं में कटौती कर रही है. गुजरात में अप्रवासी भारतीय दिवस समारोह का आयोजन हो रहा है. इसे वाइब्रेंट गुजरात का नारा भी चरम पर है. केवल वाइब्रेंट गुजरात ही क्यों? क्या भारत के नक्शे में केवल गुजरात ही है? क्या प्रधानमंत्री वहां के रहने वाले हैं इसलिए वहां यह समारोह हो रहा है. जदयू प्रवक्ता ने कहा कि यह पहला मौका नहीं, जब नरेंद्र मोदी ने भेदभाव किया है. जब देश में बुलेट ट्रेन की बात हुई, तो पहली ट्रेन गुजरात व दिल्ली के बीच से की गयी. भाजपा में भी गुजरात का कब्जा है.

अब किसके लिए त्याग करेंगे सुशील मोदी : नीरज

ऑब्जेक्टिव सवालों की कड़ी में नौवें दिन जदयू ने भाजपा से दो सवाल किये हैं. जदयू प्रवक्ता व विधान पार्षद नीरज कुमार और महासचिव रवींद्र सिंह ने पूछा है कि भाजपा नेता सुशील मोदी दावा करते हैं कि उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए त्याग किया है. बिहार विधानसभा चुनाव 2015 में बिहार भाजपा के नेता के रूप में किसके लिए त्याग कर रहे हैं. शाहनवाज हुसैन, डॉ सीपी ठाकुर या कोई गैर बिहारी. वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि बहुत घृणा होती है, जब कोई जात-पात की बात करता है, जबकि बिहार भाजपा के नेता सुशील मोदी धानुक सम्मेलन, कुशवाहा सम्मेलन, पासवान सम्मेलन व तेली सम्मेलन जैसे जातीय सम्मेलन का आयोजन करते हैं और जाति का उल्लेख करते हुए बयान देते हैं. ऐसे में झूठे कौन हैं नरेंद्र मोदी, सुशील मोदी या दोनों.

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