विधानसभा भंग कर चुनाव कराएं मांझी : मोदी

जदयू को भय, कहीं विधायक महाविलय पर हस्ताक्षर से इनकार न कर देंसंवाददाता, पटना भाजपा नेता सुशील मोदी ने कहा कि सूबे में अराजकता का माहौल है. मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को विधानसभा भंग कर चुनाव कराने की अनुशंसा करनी चाहिए. राज्य में पूर्ण बहुमतवाली सरकार बने, इसका रास्ता साफ होना चाहिए. भाजपा जल्द-से-जल्द चुनाव […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 13, 2015 7:04 PM

जदयू को भय, कहीं विधायक महाविलय पर हस्ताक्षर से इनकार न कर देंसंवाददाता, पटना भाजपा नेता सुशील मोदी ने कहा कि सूबे में अराजकता का माहौल है. मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को विधानसभा भंग कर चुनाव कराने की अनुशंसा करनी चाहिए. राज्य में पूर्ण बहुमतवाली सरकार बने, इसका रास्ता साफ होना चाहिए. भाजपा जल्द-से-जल्द चुनाव कराने के पक्ष में है. क्या जदयू के बागी विधायकों को भाजपा शामिल करेगी? इस सवाल पर उन्होंने कहा कि इसका फैसला संसदीय बोर्ड करेगी. उन्होंने कहा कि राजद में जदयू का विलय होगा या जदयू का राजद में? मुलायम सिंह तो फिलहाल इस महाविलय में शामिल नहीं हो रहे हैं. जदयू को भय सता रहा है कि कहीं उसके विधायक महाविलय पर हस्ताक्षर करने से इनकार न कर दें. दो तिहाई विधायकों के हस्ताक्षर पर ही विलय हो पायेगा. उन्होंने कहा कि मांझी के कार्यकाल में अजीब बैठकें हो रही हैं. उन्होंने 300 से अधिक एससी-एसटी अधिकारियों की बैठक की. आश्चर्य है कि सीएम की बैठक में न मुख्य सचिव थे, न विकास आयुक्त. उन्होंने कहा कि खबर मिली है कि सरकार अंजनी कुमार सिंह को चीफ सेक्रेटरी के पद से हटाना चाहती है, वहीं जदयू-राजद मांझी को सीएम पद से. मुख्यमंत्री पद पर मांझी की अंतिम गिनती शुरू हो गयी है. वास्तव में वह ‘केयरटेकर सीएम’ हैं.

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