पटना: जिला पर्षद अध्यक्ष नूतन पासवान के विरुद्ध 27 जुलाई को अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होनी है. प्रस्ताव को पारित कराने के लिए 24 पार्षदों के समर्थन की आवश्यकता है. दोनों गुट अपने समर्थन में बहुमत का दावा कर रहे हैं, लेकिन अंदर ही अंदर सेंध लगाने की तैयारी चल रही है. इसके लिए पैसे के साथ बाहुबल का भी प्रयोग हो रहा है. अविश्वास प्रस्ताव लाने के साथ ही कई पार्षद अपने क्षेत्र से गायब हैं. कई पार्षदों को फोन पर धमकियां भी मिल रही है. फुलवारीशरीफ की जिला पार्षद इंदू देवी के पति जितेंद्र ठाकुर को विधायक के नाम से फोन पर धमकी दी गयी.
अपहरण का लगा आरोप
मंगलवार को मसौढ़ी का अलग ही नजारा रहा. अध्यक्ष पर अविश्वास प्रस्ताव के समर्थक पार्षदों में से एक राम विनोद यादव के अपहरण का आरोप लगा. बाद में स्थानीय पुलिस की पूछताछ पर अध्यक्ष नूतन पासवान ने साफ किया कि राम विनोद उनके साथ प्रचार के लिए जा रहे थे. राम विनोद के भाई और सीमावर्ती क्षेत्र के जिला पार्षद विनोद यादव कहते हैं कि अविश्वास प्रस्ताव से बचने के लिए कई तरह का कुचक्र रचा जा रहा है.
अध्यक्ष गुट के पार्षद भी आरोप लगाने से नहीं चूक रहे हैं. उनका आरोप है कि समर्थन के लिए उनको पद और पैसे का प्रलोभन दिया गया है. नये अध्यक्ष बनने पर ऐसे पार्षदों को समितियों में जगह देने के साथ ही लाखों रुपये नकद देने की पेशकश चल रही है. हालांकि विपक्षी गुट इससे साफ इनकार करता है.