मांझी को हटाया तो भाजपा के सारे विकल्प खुले : मोदी

पटना : पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि यदि मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को जदयू की ओर से हटाने की कोशिश हुई, तो भाजपा अपने सारे विकल्प खोले रखेगी. ऐसे समय में देश, काल और परिस्थितियों के अनुसार निर्णय लिया जायेगा. मकर संक्रांति के अवसर पर गुरुवार को अपने सरकारी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 16, 2015 5:35 AM
पटना : पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि यदि मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को जदयू की ओर से हटाने की कोशिश हुई, तो भाजपा अपने सारे विकल्प खोले रखेगी. ऐसे समय में देश, काल और परिस्थितियों के अनुसार निर्णय लिया जायेगा.

मकर संक्रांति के अवसर पर गुरुवार को अपने सरकारी आवास 01, पोलो रोड पर संवाददाताओं से बातचीत में श्री मोदी ने कहा कि जदयू के अधिकतर विधायक राजद के साथ विलय के पक्ष में नहीं हैं. विलय हुआ, तो लालू प्रसाद ही हावी रहेंगे. किस मुंह से लालू प्रसाद को आगे कर विधानसभा चुनाव में जनता से नीतीश कुमार वोट मांगने जायेंगे? उन्होंने मांझी सरकार के दो खेमों में बंटे होने का आरोप लगाया. कहा-ललन सिंह, पीके शाही जैसे मंत्री नीतीश कुमार के पक्ष में खड़े हैं, जबकि वृशिण पटेल, भीम सिंह और नरेंद्र सिंह सरीखे मंत्री मांझी के पक्ष में हैं. अफसर भी दो खेमों मे बट गये हैं.

विधान परिषद में विपक्ष के नेता श्री मोदी ने साफ कहा कि राजद-जदयू के विलय को लेकर भाजपा को कोई घबराहट नहीं है. दोनों के विलय से भाजपा के लिए विधानसभा चुनाव में जीत का रास्ता और आसान हो जायेगा. हम जनता के बीच जाकर 15 वर्षो के ‘जंगलराज’ की याद दिलायेंगे. विलय को लेकर जदयू ही दो खेमों में बंटा है. जदयू के 50 प्रतिशत विधायक विलय नहीं चाहते.
नीतीश कुमार ने अपनी संपर्क यात्रा में नरेंद्र मोदी द्वारा किये गये वादों का टेप सुनाया था, भाजपा क्या करेगी अपनी चुनाव सभाओं में ? इस पर उन्होंने कहा कि भाजपा तो नीतीश कुमार का वीडियो दिखायेगी. उन्होंने लालू प्रसाद के बारे में सदन से लेकर सड़क तक क्या-क्या कहा है, उसे जनता को दिखायेंगे. नीतीश कुमार ने हर गांव को पक्की सड़क से जोड़ने और गांव-गांव में निर्बाध बिजली आपूर्ति कराने का जो वादा किया था, उसे भी हम जनता को दिखायेंगे. विधानसभा चुनाव बिहार के मुद्दे पर होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तो पांच साल बाद जवाब देंगे. नीतीश कुमार को तो जनता के बीच सवालों का जवाब सात महीने के अंदर देना होगा. जहां तक नरेंद्र मोदी की सरकार की बात है, तो सात माह में उसने बिहार के लिए जितना दिया, उतना तो पूर्ववर्ती यूपीए सरकार ने 10 साल में भी नहीं दिया. विधानसभा चुनाव में हम नमो सरकार की उपलब्धियां और बिहार सरकार की नाकामियां जनता को बतायेंगे.
सहयोगी दलों के साथ सीट बंटवारे में नहीं होगी दिक्कत
भाजपा के सहयोगी दलों के साथ सीटों के तालमेल को लेकर झंझट की आशंका को उन्होंने सिरे से नकार दिया.कहा- समय आने पार भाजपा, लोजपा और रालोसपा की बैठक में सीटों के मुद्दे सुलझा लिये जायेंगे. जदयू के कई विधायक चाहते हैं कि राजद से नहीं, बल्कि भाजपा से ही पार्टी का गंठबंधन हो, भाजपा इस पर क्या विचार करेगी? इस पर उन्होंने कहा कि भाजपा ने सभी विकल्प खुले रखे हैं. इस तरह का कोई प्रस्ताव आया, तो पार्टी विचार करेगी. जीतन राम मांझी के सीएम पद से हटाये जाने की चर्चा है, क्या उन्हें सीएम बनाये रखने के लिए भाजपा मदद करेगी, इस पर उन्होंने कहा कि भाजपा ने सभी विकल्प खुले रखे हैं.
गडकरी ने बैठक के लिए भेजा था आमंत्रण
रायपुर में नक्सलग्रस्त जिलों के मुद्दे पर नितिन गडकरी द्वारा बैठक में नहीं बुलाये जाने के आरोपों को उन्होंने सरासर गलत बताया. उन्होंने बताया कि गडकरी जी ने सीएम और पथ निर्माण मंत्री को बैठक में आने के लिए पत्र लिखा था. आज ही उनकी गडकरी जी से फोन पर बात हुई है.

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