खास होता है इफ्तार का नजारा

पटना: रात के आठ बजे हैं. राजापुर के मैनपुरा इलाका के जामा मसजिद के पास चहल- पहल है. आसपास की गलियां रोशन हैं. गुरुवार को 15 वां रोजा था. लोगों को इंतजार है 8.45 बजे का. आज से सूरह तरावीह होनेवाली है. जैसे ही घड़ी में पौने नौ बजा, वैसे ही. सूरह तरावीह शुरू हो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 26, 2013 7:34 AM

पटना: रात के आठ बजे हैं. राजापुर के मैनपुरा इलाका के जामा मसजिद के पास चहल- पहल है. आसपास की गलियां रोशन हैं. गुरुवार को 15 वां रोजा था. लोगों को इंतजार है 8.45 बजे का. आज से सूरह तरावीह होनेवाली है.

जैसे ही घड़ी में पौने नौ बजा, वैसे ही. सूरह तरावीह शुरू हो गयी. रोजेदारों ने बताया कि जामा मसजिद में हर रोज करीब दो सौ लोग और जुमे के दिन पांच सौ लोग नमाज अदा करते हैं.

इससे पहले शाम में एक साथ इफ्तार करने का नजारा भी खास होता है. जामा मसजिद, मैनपुरा के इमाम डॉ गुलाम रब्बानी कहते हैं 6.40 बजे इफ्तार किया. जो इनसान दूसरों को इफ्तार कराता है, उसके सारे गुनाह माफ हो जाते हैं. साथ ही इफ्तार करनेवाले को भी पूरा सवाब मिलता है.

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