मिल्क प्रोडक्ट उद्योग खोलने की नहीं मिल रही अनुमति,सं

— पशु व मत्स्य संसाधन विभाग ने पटना व मुजफ्फरपुर में नहीं खोलने की दी अनुमति– मगध, पूर्णिया व कोसी प्रमंडलों में ही मिल्क इकाई खोलने का है प्रावधान संवाददाता,पटना पटना और मुजफ्फरपुर में मिल्क प्रोडक्ट और आइसक्रीम इंडस्ट्री खोलने के लिए कोलकाता और पंजाब की कंपनियां तो तैयार हैं, लेकिन उन्हें उद्योग विभाग इजाजत […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 16, 2015 7:03 PM

— पशु व मत्स्य संसाधन विभाग ने पटना व मुजफ्फरपुर में नहीं खोलने की दी अनुमति– मगध, पूर्णिया व कोसी प्रमंडलों में ही मिल्क इकाई खोलने का है प्रावधान संवाददाता,पटना पटना और मुजफ्फरपुर में मिल्क प्रोडक्ट और आइसक्रीम इंडस्ट्री खोलने के लिए कोलकाता और पंजाब की कंपनियां तो तैयार हैं, लेकिन उन्हें उद्योग विभाग इजाजत नहीं दे रहा है. उद्योग विभाग के हाथ पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग ने बांध रखे हैं. पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग ने बिहार में सिर्फ मगध,पूर्णिया और कोसी प्रमंडल में ही मिल्क, आइसक्रीम, लस्सी या बटर उद्योग लगाने का नियम बनाया है. उद्योग विभाग ने पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग को पटना और मुजफ्फरपुर में भी मिल्क प्रोसेसिंग इकाई या आइसक्रीम-लस्सी-बटर इंडस्ट्री खोलने के लिए पत्र लिखा है. मुजफ्फरपुर में प्रतीक इंडस्ट्री ने आइसक्रीम, लस्सी, घी, दही, पनीर और मक्खन उद्योग लगाने का आवेदन उद्योग विभाग को दिया है. मुजफ्फरपुर में उद्योग लगाने के लिए कंपनी 885.50 लाख रुपये निवेश करने के लिए तैयार है,लेकिन पशु-मत्स्य संसाधन विभाग की रोक के कारण उद्योग विभाग इंडस्ट्री लगाने के लिए हरी झंडी नहीं दे रहा है. पटना के जानीपुर में भी पंजाब की एक कंपनी मिल्क प्रोसेसिंग इकाई लगाना चाहती है. मानसरोवर हाइटेक डेयरी फार्म प्राइवेट लिमिटेड ने मिल्क प्रोसेसिंग इकाई लगाने के लिए 276.10 लाख रुपये निवेश का प्रस्ताव उद्योग विभाग को दिया है, लेकिन उद्योग विभाग इजाजत नहीं दे रहा है. फिलहाल दोनों जिलों में आइसक्रीम-लस्सी-बटर इंडस्ट्री और मिल्क प्रोसेसिंग इकाई खोलने पर 11. 61 करोड़ का निवेश होता. मिल्क प्रोसेसिंग इकाई खुलने से दोनों जिलों के कम-से-कम एक हजार लोगों को रोजगार मिलेगा और पशुपालकों को भी लाभ मिलेगा.

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