कहीं फिर बैलगाड़ी पर न आ जाएं
तेल व गैस का संरक्षण नहीं करेंगे, तो होगी परेशानी : आलोक राज पटना : पढ़ा करते थे कि 2050 तक खनिज तेल समाप्त हो जायेगा. काटरून बनाते थे कि सभी गाड़ियां खड़ी हैं और हम फिर से बैलगाड़ी से चल रहे हैं. ध्यान रखें, फिर बैलगाड़ी वाली स्थिति न आये, इसलिए तेल व गैस […]
तेल व गैस का संरक्षण नहीं करेंगे, तो होगी परेशानी : आलोक राज
पटना : पढ़ा करते थे कि 2050 तक खनिज तेल समाप्त हो जायेगा. काटरून बनाते थे कि सभी गाड़ियां खड़ी हैं और हम फिर से बैलगाड़ी से चल रहे हैं. ध्यान रखें, फिर बैलगाड़ी वाली स्थिति न आये, इसलिए तेल व गैस का संरक्षण करें.
छोटी-छोटी ऐसी आदते हैं, जिन पर ध्यान दिया जाये, तो काफी हद तक पैसे भी बचा सकते हैं. अगर हम दो प्रतिशत भी तेल व गैस की बचत करते हैं, तो प्रतिवर्ष हम 9000 करोड़ रुपये बचा सकते हैं. ये बातें अपर पुलिस महानिदेशक (विधि-व्यवस्था) आलोक राज ने शुक्रवार को भारतीय नृत्य कला मंदिर में तेल एवं गैस संरक्षण पखवारा 2015 के उद्घाटन समारोह में कहीं.
इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम, हिंदुस्तान पेट्रोलिएम और पीसीआरए के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में श्री राज ने कहा कि हम ऐसे दौर से गुजर रहे हैं, जहां देश विकासशील से विकसित की ओर अग्रसर हो रहा है. विश्व की नजर भारत पर है.
1550 कार्यक्रमों का होगा आयोजन
इंडियन ऑयल के जीएम (बिहार-झारखंड) सह तेल उद्योग के राज्य स्तरीय समन्वयक आरएस दहिया ने कहा कि पेट्रोलियम पदार्थ का संरक्षण करना बहुत जरूरी है. पखवाड़े के दौरान बिहार में 1550 कार्यक्रमों का आयोजन होगा. कार्यक्रम 31 जनवरी तक चलेगा. इसमें चित्रकला, निबंध प्रतियोगिता, एलपीजी बचत के लिए कार्यशाला आदि होंगी. कार्यक्रम के बाद संरक्षण पदयात्रा एवं साइकिल रैली निकली. बैलून उड़ा कर तेल बचाने का संदेश दिया गया.
कार्यक्रम में भारत पेट्रोलियम के टेरेटरी मैनेजर डी सेन शर्मा, आइओसी के एसके पंडा, इंडेन के डीजीएम (एलपीजी) एके गुप्ता, शिवम जैन सहित पटना वीमेंस कॉलेज, मगध महिला कॉलेज, जेडी वीमेंस कॉलेज की छात्राओं ने भाग लिया. संचालन पीसीआरए के संयुक्त निदेशक शील प्रियम ने किया. धन्यवाद ज्ञापन एचपीसीएल के सीनियर रीजनल मैनेजर (रिटेल) विजय कुमार पटेल ने दिया.