मांझी ने विलय से पहले ही डुबो दी लालू-नीतीश की नैया : नंदकिशोर

सूबे को अस्थिरता के दौर से भाजपा ही निकालेगीसंवाददाता, पटना मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने महाविलय के पहले ही लालू प्रसाद और नीतीश कुमार की नैया डुबो दी है. जदयू और राजद की सियासत भंवर में फंसी है. मंझधार में नीतीश कुमार और लालू प्रसाद है, जबकि पतवार मांझी जी के हाथों में है. वे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 17, 2015 7:02 PM

सूबे को अस्थिरता के दौर से भाजपा ही निकालेगीसंवाददाता, पटना मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने महाविलय के पहले ही लालू प्रसाद और नीतीश कुमार की नैया डुबो दी है. जदयू और राजद की सियासत भंवर में फंसी है. मंझधार में नीतीश कुमार और लालू प्रसाद है, जबकि पतवार मांझी जी के हाथों में है. वे नैया को किस किनारे ले जायेंगे, किसी को पता नहीं. सूबे को इस अस्थिरता से भाजपा ही निकालेगी, इसीलिए पार्टी ने नारा दिया है- ‘जय बिहार-जय भाजपा- सरकार’. ये बातें विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता नंद किशोर यादव ने कहीं. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार विकास के मोरचे पर दो कदम आगे बढ़ रही है, तो बिहार सरकार चार कदम पीछे जा रही है. बिहार सरकार की हकमारी से किसान बेहाल हैं. मासूम बच्चों का निवाला भी कुव्यवस्था की भेंट चढ़ रहा है. आंगनबाड़ी केंद्रों की दशा खस्ताहाल है, 40 फिसदी बच्चों को पोषाहार नहीं मिल रहा. पटना में 14 फीसदी बच्चे गंभीर रूप से कुपोषित हैं. बिहार सरकार के पास 19 महीने में एक भी उपलब्धि, एक भी काम ऐसा नहीं है, जिसके दम पर नीतीश कुमार या लालू प्रसाद जनता की अदालत में जाकर वोट मांगेंगे. उन्होंने कहा कि पेट्रोल की कीमत पिछले 44 महीने के सबसे निचले स्तर पर पहुंचने और डीजल के दाम एक बार फिर घटने से देश को बड़ी राहत मिली है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में दाम घटते ही जनता तक फौरन फायदा पहुंचाया जा रहा है, जबकि यूपीए सरकार के दौरान इसके लिए भाजपा को आवाज उठानी पड़ती थी.

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