शिक्षकों का कर्तव्य छात्रों में अच्छे गुणों का संचार करना : एमटी खान
फोटो – 17 बीआइएच 20 का कैप्सन : स्वच्छता में शिक्षकों की भूमिका विषय पर सेमिनार आयोजितनालंदा. शिक्षक समाज के आइने हैं. शिक्षकों का कर्तव्य है कि छात्रों में अच्छे गुण पैदा करें. स्वच्छता के बिना जिंदगी अधूरी है. उक्त बातें पटना हाई कोर्ट के पूर्व रजिस्ट्रार एवं सुलभ इंटरनेशनल सेंटर फॉर एक्शन सोसियोलॉजी के […]
फोटो – 17 बीआइएच 20 का कैप्सन : स्वच्छता में शिक्षकों की भूमिका विषय पर सेमिनार आयोजितनालंदा. शिक्षक समाज के आइने हैं. शिक्षकों का कर्तव्य है कि छात्रों में अच्छे गुण पैदा करें. स्वच्छता के बिना जिंदगी अधूरी है. उक्त बातें पटना हाई कोर्ट के पूर्व रजिस्ट्रार एवं सुलभ इंटरनेशनल सेंटर फॉर एक्शन सोसियोलॉजी के सेक्रेटरी एम.टी. खान नालंदा के बेगमपुर स्थित शांति मेमोरियल कॉलेज ऑफ एडुकेशन में आयोजित एक दिवसीय सेमिनार में कही. उन्होंने कहा कि सरकार भी स्वच्छता के प्रति सचेत है और इसको लेकर कई कार्य किये जा रहे है. लेकिन इसकी सफलता के लिए आम जनमानस में स्वच्छता के प्रति मानसिकता में बदलाव लाना आवश्यक है. सेमिनार को संबोधित करते हुए सुभल इंटरनेशनल सेंटर के जेनरल सेक्रेटरी यूएसपी ठाकुर ने कहा कि सफाई आधा ईमान के बराबर है. इस अवसर पर बिहार राज्य बाल श्रमिक आयोग के सदस्य मोखतारूल हक ने कहा कि शौचालय और स्वच्छ पेयजल स्वच्छता के सबसे बड़े पहलू है. खुले में शौच का प्रतिशत सबसे ज्यादा भारतवर्ष में ही है. बिहार में 76.9 प्रतिशत परिवार बगैर शौचालय के है, जबकि 51.6 प्रतिशत परिवारों के पास मोबाइल फोन है. अब देश को इस अभिशाप की ओर ध्यान देने की आवश्यकता है. इस सेमिनार में बीएड के शिक्षकों और छात्रों के बीच स्वच्छता अभियान में शिक्षकों की भूमिका विषय पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. जिसमें प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय आने वाले छात्रों को यूनेस्को द्वारा प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया. इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. सतीश कुमार, ज्वाला प्रसाद, प्रो. राम वशिष्ठ नारायण, उपाध्याय सहित सैकड़ों छात्र-छात्राएं सेमिनार में भाग लिया.