नीतीश के इशारे पर मांझी को अपमानित किया जा रहा है : सुशील
पटना : भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने आज आरोप लगाया कि पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इशारे पर जदयू बहाने खोज-खोज कर मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी का अपमान कर रहा है. सुशील ने आज यहां एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर आरोप लगाया कि पार्टी नहीं केवल नीतीश कुमार के प्रवक्ता […]
पटना : भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने आज आरोप लगाया कि पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इशारे पर जदयू बहाने खोज-खोज कर मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी का अपमान कर रहा है. सुशील ने आज यहां एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर आरोप लगाया कि पार्टी नहीं केवल नीतीश कुमार के प्रवक्ता की तरह बोलने वाले जदयू नेताओं ने पूर्व सांसद साधु यादव के घर महादलित समुदाय के मांझी के चूडा-दही खाने को भी उन पर हमले का बहाना बना लिया.
उन्होंने कहा कि भाजपा साधु यादव जैसे लोगों की राजनीति से कोई हमदर्दी नहीं रखती लेकिन जदयू नेताओं को उनके बहाने मुख्यमंत्री मांझी पर हमला करने का कोई नैतिक हक नहीं है. उन्होंने आरोप लगाया कि जब नीतीश कुमार ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के पांव पर गिरकर उनसे दोस्ती कर ली और अब राजद के साथ विलय के लिए भी बेचैन हैं तब क्या वह शहाबुददीन की पत्नी, सांसद पप्पू यादव, विधायक सुरेंद्र यादव, रणवीर यादव और रीतलाल यादव जैसे बाहुबली नेताओं के लिए वोट मांगेंगे.
उन्होंने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार कहते हैं कि मांझी को हटाना उनके एजेंडे पर नहीं है और दूसरी ओर वे अपने समर्थक मंत्रियों और प्रवक्ताओं के जरिये महादलित मुख्यमंत्री को कमजोर करने के रोडमैप पर काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को तो लगातार निशाना बनाया जा रहा है लेकिन वे बतायें कि ललन सिंह और श्रवण कुमार जैसे मंत्रियों के खिलाफ किसी को एक शब्द भी बोलने की हिम्मत क्यों नहीं हुई.
सुशील ने आरोप लगाया कि जदयू समाज के महादलित वर्ग को सिर्फ वोट बैंक के रुप में देखता है, इसलिए नीतीश कुमार ने जीतन राम मांझी को केवल ‘खडाउं मुख्यमंत्री’ बनाये रखना चाहा लेकिन जब वे अपनी संवैधानिक हैसियत का उपयोग करने लगे तो उनकी कुर्सी खींचने का एजेंडा लागू किया जाने लगा. उन्होंने आरोप लगाया कि सत्तारुढ दल में आंतरिक खींचतान से प्रदेश में विकास ठप है और बिहार शर्मसार हो रहा है.