ठंड का बढ़ा कहर : कोल्ड डायरिया व हृदय रोग के मरीज बढ़े
सुबह में घना कोहरा, दिन में धूप और पछुआ हवा से कंपकंपी भरी ठंड का सिलसिला जारी रंग बदलते मौसम के कारण शहर के अस्पतालों में बढ़ गयी मरीजों की संख्या ट्रेन और विमानों की लेटलतीफी जारी पटना : बढ़ती ठंड के कारण पीएमसीएच, आइजीआइएमएस, आइजीआइसी व कुर्जी समेत अन्य निजी अस्पतालों में मरीजों की […]
सुबह में घना कोहरा, दिन में धूप और पछुआ हवा से कंपकंपी भरी ठंड का सिलसिला
जारी
रंग बदलते मौसम के कारण शहर के अस्पतालों में बढ़ गयी मरीजों की संख्या
ट्रेन और विमानों की लेटलतीफी जारी
पटना : बढ़ती ठंड के कारण पीएमसीएच, आइजीआइएमएस, आइजीआइसी व कुर्जी समेत अन्य निजी अस्पतालों में मरीजों की भीड़ बढ़ गयी है. खासकर बच्चों व हृदय रोगियों की संख्या अधिक है. बच्चों में कोल्ड डायरिया व निमोनिया की शिकायत अधिक है.
चिकित्सकों के मुताबिक दोनों बीमारी बच्चों के लिए खतरनाक है. एक अनुमान के मुताबिक अस्पतालों में हर दिन 30 से अधिक बच्चे इलाज के लिए आ रहे हैं. दूसरी ओर हृदय रोग संस्थानों में भी मरीज बढ़ गये हैं. ओपीडी में हर दिन 150 से अधिक मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं.
प्रतिदिन भरती मरीज
पीएमसीएच : शिशु विभाग इमरजेंसी में 30
आइजीआइएमएस : कार्डियो में इमरजेंसी 22
आइजीआइसी : इमरजेंसी 40
कुर्जी : शिशु विभाग इमरजेंसी में 41
राजेश्वर हॉस्पिटल : बच्चे 27
मगध हॉस्पिटल : बच्चे 15, अन्य ठंड से 35
राजेंद्र नगर हॉस्पिटल : 36 (ओपीडी)
न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल : 102 (ओपीडी)
गर्दनीबाग अस्पताल : 95 (ओपीडी)
इनका रखें ख्याल
त्न सुबह में तुरंत कमरे से बाहर नहीं निकले
त्न गरम कपड़े पहन कर बाहर जाएं
त्न कुहासा में नहीं टहलें
त्न तली हुई चीज का सेवन नहीं करें
त्न ताजा फल व हरी सब्जी खाएं
त्न गरम दूध में हल्दी डाल कर पीएं
त्न कृत्रिम वॉल्व लगा चुके मरीज हरी पत्तेदार सब्जी नहीं खाएं
त्न खाने के बाद कमरे में जरूर टहलें
त्न मधुमेह रोगी नियमित दवा का सेवन करें
त्न आग जलाएं, लेकिन धुआं से बचें
बच्चों को ठंड से ऐसे बचाएं
त्न सुबह में बाहर नहीं निकलने दें
त्न बच्चों को फ्रीज का सामान नहीं दें
त्न बाहर निकलते समय बच्चों को स्वेटर व टोपी पहनाएं
त्न रात में बच्चों के पास गरम पानी रखें ताकि प्यास लगने पर पिला सकें
त्न कुहासे में बच्चों का सिर जरूर ढंके
त्न सर्दी-खांसी होने पर डॉक्टर से मिलें
त्न शीतल पेय पदार्थ व आइसक्रीम से दूर रखें, ठंडा खाना नहीं दें
मरीजों को ओढ़ने को कंबल नहीं
कड़ाके की ठंड में भी पीएमसीएच की इमरजेंसी व वार्डो में मरीजों को बेडशीट व कंबल नहीं दिया जा रहा है. ठंड शुरू होते ही अस्पताल प्रशासन ने सभी मरीजों को कंबल देने की बात कही थी. लेकिन, कुछ को मिला, बाकी को घर से लाना पड़ा. जब अस्पताल प्रशासन से पूछा जाता है, तो ठीकरा सिस्टर इंचार्ज के सिर पर फोड़ दिया जाता है. दूसरी ओर, सिस्टर इंचार्ज का कहना है कि बेडशीट व कंबल की संख्या कम है. ऐसे में इमरजेंसी में भरती मरीजों को ही देने के बाद कंबल खत्म हो जाता है. उपाधीक्षक डॉ सुधांशु सिंह ने कहा कि जिन मरीजों को बेडशीट या कंबल नहीं मिलता है, वे प्रशासनिक भवन में शिकायत कर सकते हैं. मरीजों को ठंड में परेशानी नहीं हो, इसकी पूरी व्यवस्था की गयी है.
अलाव की व्यवस्था नहीं
जिला प्रशासन ने राजधानी में 24 स्थानों को अलाव के लिए चिह्न्ति किया है. फिलहाल इन स्थानों पर अलाव की व्यवस्था नहीं है. प्रशासन का कहना है कि आपदा विभाग की गाइड लाइन के अनुसार न्यूनतम तापमान पांच डिग्री सेल्सियस होने पर ही अलाव की व्यवस्था करनी है.
रैन बसेरा का हाल बेहाल
ठंड में सबसे ज्यादा परेशानी खुले आसमान और रैनबसेरों में रात गुजारनेवालों को होती है. नूतन राजधानी अंचल और बांकीपुर अंचल में करीब 24 रैन बसेरा हैं, लेकिन निगम प्रशासन द्वारा अलाव, कंबल और दरी की व्यवस्था नहीं की गयी है.
ठंड अभी और कंपकंपायेगी
सूबे में ठंड का कहर जारी है. रविवार की सुबह घना कुहासा के साथ कंपकपी भरी ठंड थी. हालांकि दोपहर बाद धूप निकली, लेकिन कोई राहत नहीं मिली. मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक अगले कुछ दिनों तक राहत मिलने की संभावना नहीं है. दिन में धूप निकलेगी, लेकिन पछुआ हवा के कारण ठंड से राहत नहीं मिलेगी. मौसम विज्ञान केंद्र के प्रभारी निदेशक राम कुमार गिरी ने बताया कि सोमवार से अधिकतम तापमान में थोड़ा इजाफा होगा, लेकिन न्यूनतम तापमान में गिरावट आयेगी. 22-23 जनवरी के बाद मौसम में फिर बदलाव आयेगा और ठंड बढ़ जायेगी.
12 बजे तक नहीं उतरे विमान
देश के उत्तरी भागों में कुहासे का प्रकोप बढ़ने का प्रभाव विमान सेवा पर भी पड़ने लगा है. रविवार को जेट एयरवेज का कोलकाता विमान रद्द कर दिया गया. कई विमान घंटों लेट पहुंचे. पटना एयरपोर्ट पर सुबह 11 बजे तक विजिबिलिटी 435 के आसपास थी, इस वजह से दोपहर 12.10 बजे तक एक भी विमान नहीं उतर पाया. सुबह 7.30 बजे कोलकाता से आनेवाला जेट एयरवेज का विमान एन डब्ल्यू 2684 नहीं आया. इस विमान से 116 यात्रियों को कोलकाता जाना था. विमान रद्द हो जाने पर कई यात्रियों ने अपनी यात्र स्थगित कर दी. जेट अधिकारियों ने अधिकतर यात्रियों को शाम के विमान से कोलकाता भेजा. वहीं, एयर इंडिया का पहला विमान भी दो घंटे लेट आया और शाम पौने पांच बजे दिल्ली के लिए उड़ा. इंडिगो का विमान चार घंटे लेट आया. इंडिगो के अधिकारियों के अनुसार दिल्ली और कोलकाता में घने कुहासे के कारण विमान विलंब से आये.
तीन घंटे लेट आयी राजधानी
कुहासे का असर ट्रेनों के परिचालन पर भी पड़ रहा है. अप में राजधानी एक्सप्रेस तो समय से खुल गयी, लेकिन डाउन में यह ट्रेन तीन घंटे लेट आयी. मगध एक्सप्रेस को ढाई घंटे रिशिडय़ूल किया गया, तो पटना-सिकंदराबाद डेढ़ घंटे लेट रवाना हुई. इसी प्रकार पटना-कुर्ला एक्सप्रेस सात घंटे, राजेंद्रनगर-लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस पांच घंटे लेट रही.