रैनबसेरों में बिछावन व लॉकर के साथ मिलेगा सस्ता खाना

रोजी-रोटी कमा कर लौटने पर नहीं जलाना पड़ेगा चूल्हा बेड, कंबल, शौचालय व रात में बिजली की भी सुविधा मिलेगी पटना : रैनबसेरों में रहनेवालों को सस्ता भोजन मिलेगा. रोजी-रोटी कमा कर पहुंचने पर उन्हें सस्ती दर पर भोजन मिलेगा. इसके लिए उन्हें चौके-चूल्हे की व्यवस्था नहीं करनी पड़ेगी. इसके अलावा बेड, बिछावन, कंबल व […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 19, 2015 7:33 AM
रोजी-रोटी कमा कर लौटने पर नहीं जलाना पड़ेगा चूल्हा
बेड, कंबल, शौचालय व रात में बिजली की भी सुविधा मिलेगी
पटना : रैनबसेरों में रहनेवालों को सस्ता भोजन मिलेगा. रोजी-रोटी कमा कर पहुंचने पर उन्हें सस्ती दर पर भोजन मिलेगा. इसके लिए उन्हें चौके-चूल्हे की व्यवस्था नहीं करनी पड़ेगी. इसके अलावा बेड, बिछावन, कंबल व लौकर की भी सुविधा मिलेगी. शौचालय व रात में बिजली की सुविधा भी उपलब्ध करायी जायेगी.
महिलाओं के लिए अलग रैनबसेरा का निर्माण होगा, जबकि विकलांगों के लिए स्लोप बनवाया जायेगा. नगर विकास मंत्री सम्राट चौधरी ने बताया कि रैनबसेरों को लेकर समीक्षा की गयी है. समीक्षा बैठक में सर्वोच्च न्यायालय के परामर्शी रूपेश भी उपस्थित थे.
आश्रय विहीन लोगों की बनेगी सूची : एक माह के अंदर सभी नगर निकायों में आश्रय विहीन लोगों की सूची तैयार करने का निर्देश दिया गया है. पूरे राज्य में 60 नये रैनबसेरों के निर्माण की स्वीकृति दी गयी है. पटना में महिलाओं के लिए अलग से रैनबसेरा का निर्माण कराया जायेगा.
इसके अलावा पटना में मॉडल के रूप में सभी सुविधाओं से युक्त रैनबसेरा का निर्माण कराया जायेगा. पटना म्यूजियम के पीछे चीना कोठी में छह छोटे-छोटे रैनबसेरा हैं.
उनको तोड़ कर एक बड़े रैनबसेरे के निर्माण का प्रस्ताव है. इसके अलावा हड़ताली मोड पर स्थित रैनबसेरा को तोड़ कर बहुमंजिला बनाने की योजना है. सर्वोच्च न्यायालय के पराशर्मी रूपेश के सुझाव पर रैनबसेरा में रहनेवाले लोगों के इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ मिल कर हेल्थ कार्ड बनवाया जायेगा.
कहां क्या हाल
कटिहार
50 बेडों का रैनबसेरा तैयार. 20 बेड लगाये गये हैं. सस्ती दर पर भोजन उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जा रही है.
आरा
10-10 बेडों के दो रैनबसेरे हैं. 25 बेडों का नया रैनबसेरा तैयार हो
रहा है.
बेतिया
एक रैनबसेरा है, जहां पर 25-30 लोगों के रहने की व्यवस्था है. शौचालय, पेयजल व जेनेरेटर की व्यवस्था है.
मुजफ्फरपुर
नौ रैनबसेरा हैं. शौचालय व रसोईघर बनाने का प्राक्कलन तैयार हो रहा है.
बिहारशरीफ
120 बेडों के दो रैनबसेरा हैं. बेड व कंबल की व्यवस्था की गयी है. एक स्थल पर बोरिंग फेल है. वहां नयी बोरिंग की व्यवस्था की जा रही है.
मोतिहारी
एक भी रैनबसेरा नहीं है. निर्माण का निर्देश दिया गया है.
डेहरी
दो कमरों का एक रैनबसेरा है. नये रैनबसेरा के लिए भूमि भी उपलब्ध है.
हाजीपुर
एक रैनबसेरा है. नये के लिए भूमि चिह्न्ति की जा रही है.
बेगूसराय
50 बेडों का एक व 20 बेडों के दो रैनबसेरे हैं. सभी बुनियादी सुविधाएं हैं.
सीवान
दो रैनबसेरे हैं. पांच का निर्माण कराया जा रहा है.

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