एनओयू में फिर से शुरू होगा पीएचडी
– अब यूजीसी के नये रेगुलेशन को करना होगा फॉलो – मेथडलॉजी कोर्स को किया गया अनिवार्य – 2015 बैच के लिए जल्द शुरू होगा रजिस्ट्रेशन संवाददाता, पटनानालंदा खुला विवि में पीएचडी कोर्स फिर से शुरू होगा. जो भी पीएचडी कोर्स के लिए रजिस्टर्ड होंगे, उन्हें यूजीसी के 2009 के रेगुलेशन को फॉलो करना होगा. […]
– अब यूजीसी के नये रेगुलेशन को करना होगा फॉलो – मेथडलॉजी कोर्स को किया गया अनिवार्य – 2015 बैच के लिए जल्द शुरू होगा रजिस्ट्रेशन संवाददाता, पटनानालंदा खुला विवि में पीएचडी कोर्स फिर से शुरू होगा. जो भी पीएचडी कोर्स के लिए रजिस्टर्ड होंगे, उन्हें यूजीसी के 2009 के रेगुलेशन को फॉलो करना होगा. एनओयू में पीएचडी पहले भी हो रहे थे, लेकिन नये रेगुलेशन के अनुसार पीएचडी 2015 बैच को जल्द ही प्रारंभ किया जायेगा. फिलहाल उसके रजिस्ट्रेशन की तिथि की घोषणा अब तक नहीं की गयी है, लेकिन शीघ्र ही इसके शुरू होने की उम्मीद है. नये रेगुलेशन के अनुसार पीएचडी के लिए छात्रों को पीआरटी से भी गुजरना होगा और इसके लिए रिसर्च मेथडलॉजी कोर्स भी करना होगा. विवि स्वयं इस कोर्स को करायेगा, तभी यहां से पीएचडी संभव हो सकेगा. इसके लिए विवि ने तैयारी शुरू भी कर दी है. रजिस्ट्रार एसपी सिन्हा के अनुसार एम लिब, जेएमसी और मैनेजमेंट छोड़ कर अन्य सारे पीजी विषयों में पीएचडी कोर्स होते हैं. इन विषयों में पीएचडी नहीं शुरू करने की मूल वजह पीएचडी करानेवाले शिक्षकों की कमी है. हालांकि उन्होंने कहा कि इसके बावजूद कोई रास्ता निकालने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि इन विषयों में रिसर्च वर्क शुरू कराया जा सके. कोट शोध कार्य में अब मेथडलॉजी कोर्स अनिवार्य होगा. शोध एवं प्रकाशन के कार्यों को तेजी से निबटाया जा रहा है. पंजीकृत शोध छात्रों द्वारा अनुसंधान के अतिरिक्त इतिहास और विज्ञान में नैनो टेक्नोलॉजी पर शोध कार्य के लिए विवि ने ग्रांट आवंटित किया है. आगे भी शोध कार्य को बढ़ावा देने के लिए हर संभव कदम उठाये जायेंगे. कुछ नये विषयों पर पीएचडी शुरू करने पर हम विचार कर रहे हैं. प्रो रास बिहारी सिंह, कुलपति, एनओयू