मांझी के बचाव में आये डॉ जगन्नाथ मिश्र
पटना. पूर्व मुख्यमंत्री डॉ जगन्नाथ मिश्र ने कहा कि सीएम जीतन राम मांझी का कद बढ़ने से जदयू व राजद में खलबली है. उन्होंने कहा कि सीएम भी जान रहे हैं कि उन्हें जजर्र नाव का पतवार थमाया गया है. उन्हें यूज एंड थ्रो के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है. पूर्व सीएम नीतीश […]
पटना. पूर्व मुख्यमंत्री डॉ जगन्नाथ मिश्र ने कहा कि सीएम जीतन राम मांझी का कद बढ़ने से जदयू व राजद में खलबली है. उन्होंने कहा कि सीएम भी जान रहे हैं कि उन्हें जजर्र नाव का पतवार थमाया गया है. उन्हें यूज एंड थ्रो के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है. पूर्व सीएम नीतीश कुमार ने बड़े जतन से अति पिछड़ा-महादलित वोट बैंक बनाया है.
जदयू-राजद नेता को इस बात का अंदेशा है कि मांझी इस वोट बैंक से महादलितों को निकाल कर अपना वोट बैंक बना लें. सीएम ने क्या कर दिया कि लोगों को उनसे शिकायत होने लगी. मांझी को बिहार की सत्ता के शीर्ष पर महादलित समाज की पीड़ा उनके वर्षो पुराने घाव पर मरहम की तरह है. मांझी के बयान को विमर्श के रूप में लेना चाहिए.
मांझी का यह कहना कि अगला मुख्यमंत्री दलित ही होगा, तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है. बथानी टोला, लक्ष्मणपुर बाथे व मियांपुर जनसंहार के बाद शंकर बिगहा नरसंहार मामले में आरोपितों को बरी कर दिया गया है. वर्तमान सरकार या पूर्ववर्ती सरकार ने कभी यह कोशिश नहीं कि नरसंहार के पीड़ितों को इंसाफ मिले.
अगर सरकार ईमानदार कोशिश करती, तो दोषियों को जरूर सजा मिलती. राज्य में इतने बड़े-बड़े जनसंहार हुए,लेकिन कोई दोषी नहीं. इससे ज्यादा मखौल और क्या हो सकता है.