मगध विश्वविद्यालय के बीडी कॉलेज का मामला, वित्तीय गड़बड़ी की जांच करेगी कमेटी

पटना: मगध विश्वविद्यालय के बीडी कॉलेज, पटना में भी वित्तीय अनियमितता का मामला सामने आया है. मगध विवि ने जांच के लिए कमेटी बनायी है. कमेटी में कॉलेज ऑफ कॉमर्स के प्राचार्य सह मगध यूनिवर्सिटी शाखा कार्यालय के प्रभारी प्रो बबन सिंह व एएन कॉलेज पटना के प्रोफेसर धर्मेद्र कुमार हैं. बीडी कॉलेज के वर्तमान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 21, 2015 7:31 AM

पटना: मगध विश्वविद्यालय के बीडी कॉलेज, पटना में भी वित्तीय अनियमितता का मामला सामने आया है. मगध विवि ने जांच के लिए कमेटी बनायी है. कमेटी में कॉलेज ऑफ कॉमर्स के प्राचार्य सह मगध यूनिवर्सिटी शाखा कार्यालय के प्रभारी प्रो बबन सिंह व एएन कॉलेज पटना के प्रोफेसर धर्मेद्र कुमार हैं. बीडी कॉलेज के वर्तमान प्रभारी प्राचार्य प्रो बीएन ओझा की रिपोर्ट पर कार्रवाई शुरू हुई है. जांच कमेटी को पंद्रह दिनों में रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है.

मगध विश्वविद्यालय ने बीडी कॉलेज के पूर्व प्राचार्य सीताराम सिंह और वित्त अंकेक्षक सत्येंद्र नारायण सिंह के खिलाफ दो सदस्यीय जांच टीम का गठन किया है. प्रभारी प्राचार्य ने बिना ऑथोराइजेशन के चेक साइन कर फंड निकासी का आरोप लगाया है.

जानकारी के अनुसार इन पर चार्ज फ्रेम कर यूनिवर्सिटी भेजा जा चुका है. साथ ही यूनिवर्सिटी ने बार काउंसिल ऑफ इंडिया के पत्र पर नवादा विधि महाविद्यालय पर भी जांच कमेटी गठित की है. तीन सदस्यीय कमेटी में कनवेनर बबन सिंह, प्रॉक्टर कृतेश्वर प्रसाद, कॉलेज निरीक्षक विज्ञान शैलेंद्र कुमार सिन्हा हैं. बबन सिंह को लॉ फैकल्टी के डीन होने के नाते कमेटी में शामिल किया गया है. आरकेडी कॉलेज में इतिहास के प्रोफेसर अरविंद कुमार की डिग्री की जांच का जिम्मा भी बबन सिंह को दिया गया है.

जगत नारायण कॉलेज खगौल से तीन का ट्रांसफर

मगध यूनिवर्सिटी ने जगत नारायण लाल कॉलेज खगौल के तीन कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई करते हुए उनका ट्रांसफर विभिन्न कॉलेजों में कर दिया है. शाखा कार्यालय के प्रभारी बबन सिंह ने बताया कि अभी हाल में एमयू के कॉलेजों में जांच के दौरान इन तीनों कर्मचारियों को दोषी पाया था और सभी पर गंभीर आरोप लगे थे. कार्रवाई के तहत असिस्टेंट संजय कुमार मिश्र को एसएमजी कॉलेज शेरघाटी, जवाहरलाल को एनएस कॉलेज नवीनगर और अरुण कुमार को एएनएस कॉलेज टेकारी भेजा गया है. दस दिनों में सभी पर आरोप गठित कर प्राचार्य को विवि को अगली कार्रवाई के लिए देना है. कमेटी में कनवेनर बबन सिंह, प्रॉक्टर कपिलदेव प्रसाद व नोडल ऑफिसर पटना ब्रांच ऑफिस मनोज कुमार शामिल थे.

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