सुबोध कुमार नंदन, पटना: केंद्र सरकार के नये नियम आने के बाद राज्य में 29 हॉलमार्किंग सेंटर बंद होने के कगार पर है. अब मैन्यूफैक्चरिंग सेंटर पर हॉलमार्किंग की व्यवस्था होने के कारण अलग से खोले गये हॉलमार्किंग सेंटरों की उपयाेगिकता लगभग समाप्त हो रही है.
गौरतलब है कि पहले सरकार की ओर से हॉलमार्किंग सेंटरों को बढ़ावा दिया जा रहा था. इस कारण धड़ाधड़ सेंटर खोले गये थे, लेकिन नये नियम से सेंटर संचालकों का कारोबार खत्म हो रहा है. कारोबारियों ने बताया कि एक सेंटर पर 80 लाख से एक करोड़ रुपये तक का खर्च आता है. अगर नये नियम के तहत सोने की हॉलमार्किंग होने लगी है, तो इन सेंटरों पर काम खत्म हो जायेगा. इससे करीब पांच हजार से अधिक लोग प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से प्रभावित होंगे.
सदस्य पिछले दो माह से उपभोक्ता मामलों के मंत्री पीयूष गोयल और मानक ब्यूरो के महानिदेशक से मिलने के लिए प्रयास कर रहे हैं, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही है. सोने के गहनों पर हॉलमार्किंग को लेकर भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा बनाये नये नियमों के खिलाफ हॉलमार्किंग सेंटर संचालक एकजुट होकर विरोध में आ गये हैं.
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इस्ट जोन हॉलमार्किंग एसोसिएशन के वरीय सदस्य राजीव कुमार वर्मा ने बताया कि हॉलमार्किंग सेंटर के संचालक 28 और 29 को हड़ताल पर रहेंगे और पटना स्थित भारतीय मानक ब्यूरो के प्रमुख सुमन कुमार गुप्ता को ज्ञापन सौंप कर मांग करेंगे कि ज्वेलर्स को हॉलमार्किंग करने की अनुमति न दी जाये. साथ ही एएचएमएसी के लिए प्रदषूण नियंत्रण बोर्ड की सहमति प्रमाणपत्र की शर्त हटायी जाये.
पटना 12
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Posted By: Thakur Shaktilochan