शराब तस्करों को पकड़ने के लिए चले तलाशी अभियान के दौरान बुधवार की सुबह सीवान स्टेशन (23 स्टेशनों से गुजरने के बाद) के प्लेटफॉर्म नंबर दो पर खड़ी 11123 ग्वालियर-बरौनी एक्सप्रेस से एक बोरे में रखे लगभग 28.72 किलो विस्फोटक बरामद किया गया. यह जेनरल बोगी के शौचालय के पास लावारिस हालत में पड़ा था. बरामदगी के बाद उसे जीआरपी पोस्ट में जाकर रख दिया गया. जब एडीजी रेल के निर्देश पर बुधवार की रात बम स्क्वायड की पांच सदस्यीय टीम जांच करने पहुंची. उन्होंने बताया कि विस्फोटक इतना शक्तिशाली है कि इससे ट्रेन सहित पूरे स्टेशन को उड़ाया जा सकता है. इसके बाद थाने में अफरातफरी मच गयी. सभी पुलिसकर्मियों व अन्य लोगों को वहां से बाहर निकाला गया. बाद में बम निरोधक दस्ते ने विशेष पोशाक पहनकर पोस्ट से विस्फोटक पदार्थ को निकाल कर दूसरे स्थान पर रखा.
बताया जाता है कि बुधवार की सुबह एएसआइ नन्हेलाल पासवान, हवलदार हरि उरांव और मो शब्बीर खान ग्वालियर-बरौनी एक्सप्रेस की पीछे से दूसरी जनरल बोगी में जांच कर रहे थे. इस दौरान उन्हें शौचालय के पास एक प्लास्टिक की बोरी मिली. जवानों को लगा कि बोरी में शराब है. बिना बोरी की जांच किये वे सीधे उसे उठा कर जीआरपी पोस्ट पर ले आये. पोस्ट पर जब बोरी को खोला गया, तो उनके होश उड़ गये. बोरी में 13 पैकेटों में लगभग 28.72 किलो विस्फोटक था. जीआरपी ने इस मामले में केस दर्ज किया है. विस्फोटक कहां से कहा ले जाया जा रहा था, पुलिस इसकी जांच में जुटी हुई है.
प्लास्टिक की बोरी के भीतर 13 बड़े पैकेट मिले. इनमें से सात पैकेट के अंदर 10-10 पीस ब्लू रंग के डिब्बे में 268-268 ग्राम के छोटे-छोटे डब्बे सहित काले रंग का चारकौल जैसा पदार्थ और 10-10 पीस प्लास्टिक की 28-28 ग्राम की पुड़िया मिली. पुड़िया में बारूद जैसा पदार्थ था. अन्य छह बड़े पॉकेट के भीतर 10-10 पीस ब्लू रंग के 166-166 ग्राम के छोटे डब्बे सहित काला रंग का चारकौल जैसा पदार्थ मिला, जिसके ऊपर सो ड्राइ लिखा था. इसके अलावा शीशे जैसे छोटे-छोटे दाने और 10-10 पैकेट में छोटे-छोटे स्टील प्लेट जैसे मेटेरियल बरामद किये गये हैं.