संवाददाता,पटना अस्पातालों की इमरजेंसी में आनेवाले मरीजों के इलाज के लिए 29 प्रकार के प्रोटोकॉल तैयार किया गया है. इन मानकों पर मरीजों का एकीकृत इलाज संभव हो सकेगा. इसमें कोई भी मरीज अस्पताल के इमरजेंसी में पहुंचता है तो सबसे पहले उसे इमरजेंसी के ट्रायज में रेड जोन, येलो जोन और ग्रीन जोन में वर्गीकृत किया जायेगा. यह काम ड्यूटी पर उपस्थित डॉक्टरों द्वारा मरीज की गंभीरता के आधार पर किया जायेगा. साथ ही दुर्घटना में घायल होकर आनेवाले मरीजों को आइराएड पोर्टल पर मरीज की जानकारी दर्ज करनी होगी. पोर्टल पर मरीज की जानकारी दर्ज होने के बाद इसकी सूचना हेल्थ, पुलिस और एमवीआइ के पास चली जायेगी. घायल व्यक्ति मौत होती है तो उसके बीमा की राशि लेने के लिए परिजनों को कहीं भागदौड़ नहीं करना होगा.
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