समाज को बदलने में हरिवंश जी की कहानियां उत्प्रेरक
पटना. प्रसिद्ध साहित्यकार हरिवंश नारायण की प्रथम पुण्यतिथि पर स्मृति नारायण का आयोजन किया गया. साहित्य कला संसद बिहार की ओर से आयोजित इस स्मृति नारायण का संचालन पंकज प्रियम ने किया. कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए डॉ संजय पासवान ने कहा कि हरिवंश नारायण जी कि कहानियां खासकर शोषित व दलित लोगों पर निर्भर […]
पटना. प्रसिद्ध साहित्यकार हरिवंश नारायण की प्रथम पुण्यतिथि पर स्मृति नारायण का आयोजन किया गया. साहित्य कला संसद बिहार की ओर से आयोजित इस स्मृति नारायण का संचालन पंकज प्रियम ने किया. कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए डॉ संजय पासवान ने कहा कि हरिवंश नारायण जी कि कहानियां खासकर शोषित व दलित लोगों पर निर्भर है. कहानियों में समाज के बदलने पर बल दिया गया है. सभा को संबोधित करते हुए डॉ मेहता नागेंद्र नैनी ने कहा कि हरिवंश जी की कहानी साहित्य और कला से ओत-प्रोत है. मौके पर काफी संख्या में लोग मौजूद थे.