पूर्व मुख्यमंत्री ने पार्टी पदाधिकारियों को 15 फरवरी के सम्मेलन की तैयारी का खाका दिखाया और सबकी जिम्मेवारी बांट दी. संगठन मंत्रियों व प्रभारी मंत्रियों को अपने आवंटित जिले में 27 जनवरी को कूच कर जाने का निर्देश दिया. आनेवाले दो से तीन दिनों में पार्टी के सभी विधायकों और मंत्रियों की बैठक होगी और उन्हें सम्मलेन के लिए बूथ स्तर के अपने समर्थकों को पटना पहुंचने के लिए टास्क दिया जायेगा.
बैठक में पार्टी के राज्यस्तरीय पदाधिकारियों के अतिरिक्त सभी प्रकोष्ठों के अध्यक्ष व संगठन मंत्री शामिल हुए. नीतीश कुमार ने कहा कि हमें अपनी ताकत का एहसास कराना है. संपर्क यात्र के दौरान कार्यकर्ताओं में उत्साह का संचार देखा. कार्यकर्ता झूठ की खेती करनेवालों की कलई खोलने लगे हैं. प्रवक्ता नीरज कुमार ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा अपने को कैडर आधारित होने का दंभ भरती है.
राजनीतिक सम्मेलन में जदयू यह बता देगा कि उसकी जमीनी ताकत कितनी है. उन्होंने पार्टी के स्थानीय प्रबंधन को सम्मेलन के दिन की पूरी जिम्मेवारी उठाने का टास्क भी दिया. बैठक के बाद पार्टी प्रवक्ता डॉ अजय आलोक ने बताया कि सम्मेलन में आनेवाले पार्टी कार्यकर्ताओं को जदयू की नीति, सोच और चुनावी मुद्दे के बारे में विस्तार से जानकारी दी जायेगी. उन्होंने कहा कि आठ फरवरी तक पूर्व मुख्यमंत्री के आवास पर पार्टी पदाधिकारियों का प्रशिक्षण शिविर जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि राजनीतिक सम्मेलन में आने वाले कार्यकर्ताओं को पहचानपत्र दिया जायेगा. बैठक में प्रदेश महासचिव रवींद्र सिंह, शैलेंद्र प्रताप सिंह, नवीन कुमार आर्य, प्रवक्ता नीरज कुमार, डॉ अजय आलोक, संगठन मंत्री डॉ उदय शंकर प्रजापति आदि शामिल थे.