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अतिक्रमण हटने के 24 घंटे बाद ही फिर कब्जे की तैयारी, अब मलबा भी तो हटाओ

पटना: योगीपुर संप हाउस से कंकड़बाग टेंपो स्टैंड तक नाले पर अतिक्रमण गुरुवार को जिला प्रशासन और नगर निगम की टीम ने हटाया, लेकिन मलबा हटाने का काम शुक्रवार को नहीं शुरू हो सका. अतिक्रमण हटाने के दौरान प्रशासन और निगम के अधिकारियों ने कहा था कि मलबा हटाने का काम शुक्रवार से शुरू हो […]

पटना: योगीपुर संप हाउस से कंकड़बाग टेंपो स्टैंड तक नाले पर अतिक्रमण गुरुवार को जिला प्रशासन और नगर निगम की टीम ने हटाया, लेकिन मलबा हटाने का काम शुक्रवार को नहीं शुरू हो सका. अतिक्रमण हटाने के दौरान प्रशासन और निगम के अधिकारियों ने कहा था कि मलबा हटाने का काम शुक्रवार से शुरू हो जायेगा, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ.

निगम को शायद इस बात का अंदेशा था कि अभियान से प्रभावित लोग हंगामा करने के साथ उन्हें निशाना भी बना सकते हैं. इस कारण कार्रवाई को स्थगित रखा जाये. कुछ दिनों में स्थिति सामान्य होने पर मलबा हटाने की कार्रवाई होगी. इधर, पूरे दिन इंतजार के बाद अतिक्रमण हटाओ अभियान से प्रभावित लोग शाम में फिर से उसी मलबे पर घर बनाने में जुट गये. किसी तरह लोगों ने टाट-पट्टा जोड़ा और पॉलीथिन डाल रात काटने की व्यवस्था कर ली. दिन में इन्हीं टूटी झोंपड़ियों में लोगों ने खाना बनाया.

दो दिनों में हटेगा मलबा
कंकड़बाग अंचल के कार्यपालक पदाधिकारी ने बताया कि अभियान के बाद लोग खुद ही मलबा हटा रहे हैं. हमने उन्हें अपना सामान हटाने के लिए पर्याप्त समय दिया है ताकि उनका सामान बच सके. हम एक-दो दिनों में मलबा हटाने की कार्रवाई शुरू करेंगे.
शीघ्र की जायेगी घेराबंदी
अपर नगर आयुक्त (सफाई) ने अतिक्रमण का मलबा हटाने का आदेश दिया है. कंकड़बाग अंचल के कार्यपालक पदाधिकारी को दिये आदेश में उन्होंने कहा है कि मलबा हटा कर तुरंत घेराबंदी करें, ताकि फिर से अतिक्रमण नहीं हो. कंकड़बाग और पत्रकार नगर थानों को भी इस संबंध में पत्र लिखा गया है. नालों की घेराबंदी के लिए कंकड़बाग प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता को निर्देश दिया गया है.
टूटे आशियाने में फिर से बसने लगे सपने
पटना: 65 साल की रामरती देवी अपने पति रामधनी चौधरी के साथ 40 साल पहले रांची के ग्रामीण इलाके से अपना घर-बार बेच कर कुछ पैसे लेकर पटना आयी थी. कुछ दिन किराये पर कंकड़बाग में रही. तीन बेटियों ने यहीं जन्म लिया. उस समय पति मजदूरी करते थे और यह खुद घरों में कामकाज करती थी. जब बच्चियों की शादी के बाद पैसे नहीं रहे, तो इन्होंने योगीपुर नाला पर अपना अस्थायी घर बना लिया. लिट्टी की दुकान खोल ली. कई साल से पति के साथ यहीं रह रही थी. इसी की कमाई से परिवार चल रहा था.
गुरुवार को अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू हुई, तो रामरती देवी के बरसों का सपना ध्वस्त हो गया. रात अपने पति और नाती गोविंद और कंपकंपाती ठंड में कटी, सुबह हुई तो यह उनकी उम्मीद वाली सुबह नहीं थी. चूल्हा भी टूट चुका था, तो खाना नहीं बना. इसके कारण नाती गोविंद को भी वह स्कूल कैसे भेज पाती? सो यूकेजी में पढ़नेवाला गोविंद दुसाधी पकड़ी स्थित स्कूल नहीं जा सका. दिन चढ़ा, तो दामाद विनोद कुमार को मलाही पकड़ी से बुलाया और फिर से अपने घर को जोड़ने लगी. वह कहती है, किसी तरह चारों तरफ से छेक कर छार लें, तब रात में थोड़ी कम ठंड लगेगी. खाना भी बन सकेगा. शुक्रवार को योगीपुर नाले पर आशियाने के मलबे में ध्वस्त हो चुके सपने इसी तरह फिर से बस रहे थे. तिनका-तिनका जोड़ कर बनाया गया आशियाना जब बगैर दूसरी जगह बसाये तोड़ दिया गया, तो उसी में फिर से अपनी जिंदगी को खड़ा करने की जद्दोजहद जारी थी. सरस्वती अपने बच्चे को गोद में लेकर दूध की बोतल मलबे में ढूंढ रही थी, तो पास के नल पर नहा-धोकर आया सीतामढ़ी का आशीष आईने में अपनी शक्ल निहार रहा था. इधर मलाही पकड़ी चौक पर विक्की का सैलून फिर से सज गया था, तो राजेश की साइकिल पंर की दुकान भी लग गयी थी. सभी यही कह रहे थे कि उजाड़ने के पहले सरकार को पुनर्वास का भी काम तो करना चाहिए था.
खाना आते ही उठीं थालियां, भूखे-प्यासों के लिए नगर निगम ने मांगा आसरा
योगीपुर नाला पर अतिक्रमण हटाओ अभियान के प्रभावितों की मदद के लिए नगर निगम ने डीएम से फरियाद की है. नगर निगम के अपर नगर आयुक्त (सफाई) शीर्षत कपिल अशोक ने डीएम अभय कुमार सिंह को पत्र लिख 68 बेघर और भूखे प्यासे लोगों के लिए पॉलीथिन शीट व अनाज उपलब्ध कराने की मांग की है. परिवार की सूची मुख्य सफाई निरीक्षक,नगर प्रबंधक और कार्यपालक पदाधिकारी कंकड़बाग अंचल ने तैयार की है.
राजीव आवास योजना के लिए जमीन की तलाश
अपर नगर आयुक्त ने जानकारी दी है कि पटना नगर निगम कुप्रभावितों को आवास उपलब्ध कराने की दिशा में काम कर रहा है. शहरी बेघरों को आवास उपलब्ध कराने की केंद्र सरकार की राजीव आवास योजना के लिए शहर में जमीन की तलाश हो रही है ताकि उन्हें नियम के अनुसार पुनर्वासित किया जाये.
गरीबों को गैरमजरुआ जमीन दे सरकार : डॉ ठाकुर
भाजपा सांसद डॉ सीपी ठाकुर ने मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी से मिल कर गरीबों के रहने के लिए गैर मजरुआ जमीन मुहैया करने की मांग की. वह कंकड़बाग के रेनबो मैदान में रह रहे झुग्गी-झोंपड़ी वासियों की समस्याओं को लेकर उनसे मिलने गये थे. उन्होंने सीएम को बताया कि बेघर हुए लोग ठंड में ठिठुर रहे हैं. गुरुवार की रात स्वयंसेवी संस्था आश्रय अभियान ने उनके भोजन का प्रबंध किया था. पुलिस के लाठी प्रहार में सरस्वती देवी बुरी तरह जख्मी भी हुई है. सीएम ने उन्होंने आश्वासन दिया कि वे लोगों के रहने की व्यवस्था करायेंगे. डीएम को उन्होंने बेघर हुए लोगों को 15 दिनों का राशन और 10-10 हजार रुपये मुआवजा देने को कहा है. डॉ ठाकुर के साथ आश्रय अभियान के डॉरोथी फर्नाडीस, गोविंद बंसल, राजशेखर गुप्ता, राजेश रंजीत, अवधेश पांडेय, चमरू राम, शांति देवी आदि शामिल थे.

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