तीन सौ में अब तक आयीं केवल 40 बसें-सं

प्रभात रंजन, पटनाकेंद्र की नुरूम योजना के तहत राजधानी में तीन सौ बसें चलाने का निर्णय लिया गया था, लेकिन अभी केवल 40 बसें ही चल रही हैं. नगर विकास विभाग ने वर्ष 2013 में ही इसकी जिम्मेवारी बिहार अरबन इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (बुडको) को दी थी. 14 अगस्त, 2014 को बुडको ने 20 बसों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 1, 2015 2:03 AM

प्रभात रंजन, पटनाकेंद्र की नुरूम योजना के तहत राजधानी में तीन सौ बसें चलाने का निर्णय लिया गया था, लेकिन अभी केवल 40 बसें ही चल रही हैं. नगर विकास विभाग ने वर्ष 2013 में ही इसकी जिम्मेवारी बिहार अरबन इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (बुडको) को दी थी. 14 अगस्त, 2014 को बुडको ने 20 बसों का परिचालन दो रूटों पर शुरू किया. मौके पर मंत्री सम्राट चौधरी ने घोषणा की थी कि अगले तीन माह में तीन सौ बसें राजधानी के 17 रूटों पर दौड़ना शुरू कर देंगी. लेकिन, मंत्री के घोषणा के पांच माह बाद भी केवल 40 बसें ही चल रही हैं. नहीं बन सका डिपो : तीन सौ बसों के रखरखाव के लिए पटना सिटी और फुलवारीशरीफ में डिपो बनाया जाना है. इन दोनों डिपो को बसें लाने से पहले तैयार कर लेना था. लेकिन, आनन-फानन में बसों को सड़कों पर उतार दिया गया. इस स्थिति में डिपो का काम पूरा नहीं किया जा सका. अब तक डिपो का काम एक कदम भी आगे नहीं बढ़ा है. आलम यह है कि 40 बसें सड़क किनारे ही खड़ी रहती हैं. परेशानी यह है कि बसों की आपूर्ति होने के बाद उनका ठहराव कहां होगा. इस समस्या चलते बुडको प्रशासन ऑर्डर के अनुरूप बसें नहीं मंगवा रहा है. बुडको के प्रबंध निदेशक डीके शुक्ला ने कहा कि पैसे के अभाव में बस डिपो को तैयार नहीं किया जा रहा है. हालांकि, धीरे-धीरे बसों को जरूरत के अनुरूप मंगवाया जा रहा है. संभावना है कि शीघ्र ही सभी बसों को राजधानी की सड़कों पर उतार दें.

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