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ठंड के कारण नहीं आये अफसर मरम्मत व पीपा पुल दोनों लटके

महात्मा गांधी सेतु को लेकर संशय की स्थिति पटना : ठंड की वजह से अफसर नहीं आये और लटक गयी गंगा नदी पर पीपा पुल के निर्माण का योजना. पीपा पुल नहीं बनने से प्रति दिन एक लाख लोगों को जजर्र महात्मा गांधी सेतु को पार करना पड़ रहा है. पुल की मरम्मत को लेकर […]

महात्मा गांधी सेतु को लेकर संशय की स्थिति
पटना : ठंड की वजह से अफसर नहीं आये और लटक गयी गंगा नदी पर पीपा पुल के निर्माण का योजना. पीपा पुल नहीं बनने से प्रति दिन एक लाख लोगों को जजर्र महात्मा गांधी सेतु को पार करना पड़ रहा है. पुल की मरम्मत को लेकर जापान की एजेंसी जायका की रिपोर्ट का इंतजार हो रहा है. जायका फरवरी के अंत तक केंद्र सरकार को रिपोर्ट सौंपेगी. जायका की टीम को 22 दिसंबर को पटना पहुंच कर पुल की स्थिति को देखना था. लेकिन, ठंड की वजह से टीम नहीं आयी.
विशेषज्ञों के अनुसार, मरम्मत के दौरान पुल को बंद करना पड़ सकता है. इसीलिए पीपा पुल बनाने का निर्णय लिया गया है. इसका खाका तैयार कर बिहार राज्य पुल निर्माण निगम ने पथ निर्माण विभाग को प्रशासनिक स्वीकृति देने के लिए भेजा है. लगभग 20 दिन बीत गये, अभी तक फाइल जस-की-तस है. ऐसे में यह स्पष्ट नहीं हो रहा है कि पीपा पुल बनने की कब स्वीकृति मिलेगी और काम कब शुरू होगा. पीपा पुल बनाने में डेढ़ साल का समय लगेगा.
क्या है मामला
महात्मा गांधी सेतु के पश्चिमी लेन के साथ ही पूर्वी लेन के स्पैन 34 व 35 में झुकाव आ गया है. पुल से हर दिन लगभग एक लाख छोटे-बड़े वाहन गुजरते हैं. जजर्र स्थिति होने के कारण 10 चक्केवाले वाहनों के परिचालन की अनुमति नहीं है. विशेषज्ञों का मानना है कि समय पर पुल की मरम्मत नहीं हुई, तो यह कभी भी ध्वस्त हो सकता है. इससे उत्तर व दक्षिण बिहार का सड़क संपर्क टूट जायेगा. पुल की स्थिति का आकलन करने के बाद इसकी मरम्मत को लेकर काफी चर्चा हुई. बिहार सरकार द्वारा हाथ खड़े किये जाने के बाद केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मरम्मत कराने की घोषणा सितंबर में की थी. इसके बाद मरम्मत करने के उपाय ढूंढने शुरू हुए.
मरम्मत के लिए बंद करना पड़ेगा पुल
जानकारों का मानना है कि पुल की मरम्मत के लिए उसे बंद करना पड़ेगा. मरम्मत के लिए पूरे स्ट्रेचर को हटाना जरूरी है. स्ट्रेचर को हटा कर स्पैन की मरम्मत कर स्ट्रेचर तैयार करने में लगभग चार साल का समय लग सकता है. इस अवधि के लिए पुल पर आवाजाही बंद करना पड़ेगा. फिलहाल पश्चिमी लेन के स्पैन संख्या 44 ऊपर बने स्ट्रेच को काटने का काम हो रहा है. इसमें अभी समय लग सकता है. नीचे पानी होने के कारण स्ट्रेच कटिंग में कठिनाई हो रही है. पूरी कटिंग होने के बाद उसकी मरम्मत होगी. पूर्वी लेन में स्पैन 34 व 35 में झुकाव हुआ है. इसका असर आगे बढ़ सकता है.
पीपा पुल बनाने का निर्णय
महात्मा गांधी सेतु निर्माण के दौरान आवागमन बाधित होने पर पीपा पुल से आवागमन की व्यवस्था के लिए गंगा नदी में अप एंड डाउन दो पीपा पुल बनाने का निर्णय लिया गया. दोनों पीपा पुल बनाने में लगभग 33 करोड़ 57 लाख खर्च होंगे. दानापुर से पहलेजाघाट के बीच दानापुर साइड में पहले से बने पीपा पुल से आगे 268 मीटर नया पीपा पुल बनाना है. इसे बनाने में 22 सेट पॉनटून लगेगा. इस पर 8.89 करोड़ खर्च होगा.
कच्ची दरगाह से महनार के बीच बननेवाले पीपा पुल में कच्ची दरगाह से रूस्तमपुर के बीच बने पीपा पुल के बाद जमींदारी घाट तक 976 मीटर नया पीपा पुल बनाना है. इसे बनाने में 80 सेट पॉनटून लगेगा. इसके निर्माण में 22.17 करोड़ की लागत आयेगी. पीपा पुल के निर्माण में लगभग डेढ़ साल लगेगा.

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