मोदी बताएं, मुख्यमंत्री के खिलाफ हैं या नीतीश के
पटना : जदयू प्रवक्ता और विधान पार्षद संजय सिंह ने कहा कि भाजपा नेता सुशील मोदी यह तय करें कि वे पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ हैं या फिर मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के. उन्हें नीतीश कुमार की योजनाएं पसंद नहीं हैं या फिर मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की. मोदी अपनी ही बातों को […]
पटना : जदयू प्रवक्ता और विधान पार्षद संजय सिंह ने कहा कि भाजपा नेता सुशील मोदी यह तय करें कि वे पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ हैं या फिर मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के. उन्हें नीतीश कुमार की योजनाएं पसंद नहीं हैं या फिर मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की.
मोदी अपनी ही बातों को अगले दिन काट रहे हैं. जब नीतीश कुमार मुख्यमंत्री थे तो देश में पहली बार छात्रों के हित को ध्यान में रखा गया. दूर-दराज और गांव के छात्र, अनुसूचित जातियों व जन जातियों के छात्र कैसे स्कूल तक पहुंचे इस पर विचार कर नीतीश कुमार ने कई योजनाएं शुरू कीं. इसका नतीजा यह निकला कि सरकारी स्कूलों में छात्र-छात्रओं की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हुई. बच्चों को पोशाक, साइकिल, छात्रवृत्ति की राशि दी गयी. जो बच्चे उच्च शिक्षा लेना चाह रहे हैं, उन्हें छात्रवृत्ति भी दी जा रही है.
श्री सिंह ने कहा कि नरेंद्र मोदी द्वारा बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने, विशेष पैकेज देने, विशेष ध्यान देने, बिहार के युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने की घोषणाओं पर पर भी सुशील मोदी को बोलना चाहिए. मुख्यमंत्री मांझी ने जो भी घोषणाएं की हैं, उन्हें अमली जामा पहना रहे हैं. उधर, जदयू के प्रवक्ता डॉ निहोरा प्रसाद यादव ने कहा कि भाजपा नेता नंदकिशोर यादव केंद्र सरकार की नाकामियों को छुपाने के लिए अनर्गल प्रलाप कर रहे हैं.
अगर वे लोकसभा चुनाव में किये वादों को पूरा कराने में मदद करते, तो यह राज्य हित व देश हित में होता. भाजपा देश को भ्रमित करने की कोशिश कर रही है और वैसी ही घोषणाएं कर रही है. जदयू प्रवक्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री से पूछना चाहिए अमेरिकी प्रवास के दौरान उनका कैसा समझौता हुआ, जो 108 प्राणघातक बीमारियों की दवाइयों की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि कर दी गयी. कैंसर की आठ हजार की दवाओं की कीमत एक लाख कर दी गयी.