संपत्ति को लेकर नहीं है कोई विवाद : सीएम
पटना : मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने घोषणा पत्रों में अलग-अलग जानकारी देने के लगे आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया. श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित समारोह के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि संपत्ति को लेकर कोई विवाद नहीं है. उनका डेट ऑफ बर्थ छह अक्तूबर, 1944 है. इससे सही उम्र का पता लगा […]
पटना : मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने घोषणा पत्रों में अलग-अलग जानकारी देने के लगे आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया. श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित समारोह के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि संपत्ति को लेकर कोई विवाद नहीं है. उनका डेट ऑफ बर्थ छह अक्तूबर, 1944 है.
इससे सही उम्र का पता लगा लीजिए. लोकसभा चुनाव के समय उन्होंने संपत्ति की जानकारी सार्वजनिक की थी वह सही है. संपत्ति और उम्र को लेकर कोई छेड़छाड़ नहीं की गयी है.
गौरतलब है कि दिसंबर 2013 में बिहार सरकार के मंत्री के तौर पर जब मांझी ने अपनी संपत्ति सार्वजनिक की थी तो उसमें अपने गांव में पांच एकड़ जमीन दिखायी थी. मई 2014 में लोकसभा चुनाव लड़ने के समय उन्होंने प्रत्याशी के रूप में अपने घोषणा पत्र में जानकारी दी थी कि उनके पास खेती के लिए कोई जमीन नहीं है, लेकिन दिसंबर 2014 में मुख्यमंत्री ने अपनी संपत्ति की जो घोषणा की उसमें पांच एकड़ जमीन का जिक्र है. इसको लेकर शनिवार से ही बहस चल रही है कि लोकसभा चुनाव के समय या फिर दिसंबर में संपत्ति को लेकर सार्वजनिक की गयी जानकारी में कौन सा सही है.
देनी चाहिए सही जानकारी
जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वरिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि संपत्ति की कोई जानकारी देते हैं तो उन्हें सही देनी चाहिए. अगर कोई अपनी संपत्ति के बारे में जानकारी नहीं देता है तो यह गलत बात है. हालांकि मुख्यमंत्री की संपत्ति को लेकर क्या मामला है यह उन्हें सही रूप से मालूम नहीं है, लेकिन संपत्ति की जानकारी सही रूप से ही दी जानी चाहिए. इससे व्यक्तिगत विश्वसनीयता बनी रहती है. वहीं जदयू के प्रवक्ता और विधान पार्षद नीरज कुमार ने कहा कि संपत्ति की घोषणा सही होनी चाहिए. अगर कोई गलत जानकारी देता है तो यह चिंता का विषय है.
अगर सत्ता के शीर्ष पर बैठे लोगों के घोषणा पत्र में विषमता आये तो लोकतंत्र व उस व्यक्ति के लिए गलत है.