हत्या या आत्महत्या: नकुल के साले को किसने दी थी धमकी !

पटना: नरेंद्र उर्फ नकुल राय व उसके परिवार के चार सदस्यों की मौत का मामला पेचीदा हो गया है. पुलिस ने नकुल की जेब से हरे रंग की डायरी बरामद की है, जो बिल्कुल नयी है. पेज नंबर एक से चार तक सुसाइट नोट लिखा है. इसमें 41 हजार रुपये की उधारी चुकाने के लिए […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 4, 2015 8:10 AM
पटना: नरेंद्र उर्फ नकुल राय व उसके परिवार के चार सदस्यों की मौत का मामला पेचीदा हो गया है. पुलिस ने नकुल की जेब से हरे रंग की डायरी बरामद की है, जो बिल्कुल नयी है. पेज नंबर एक से चार तक सुसाइट नोट लिखा है. इसमें 41 हजार रुपये की उधारी चुकाने के लिए दानापुर निवासी ईंट व्यवसायी राजेश कुमार द्वारा लगातार दबाव बनाये जाने की बात कही गयी है. मौत का जिम्मेवार सीधे तौर पर राजेश को बताया गया है.

अंत में पत्नी पूजा व तीनों बच्चों के हस्ताक्षर कराये गये हैं. पुलिस ने इसके आधार पर राजेश को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. लेकिन, पुलिस अभी यह पता नहीं लगा पायी है कि मौत की सूचना ससुराल में पहुंचने से पहले नकुल के साले विकास को किसने धमकी दी थी?

किसने किया फोन
दिन के तीन से साढ़े तीन बजे के बीच विकास के मोबाइल पर किसी ने फोन किया और पूछा कि तुम्हारा जीजा कहां है? विकास ने कहा, हमें नहीं मालूम, तो फोन करनेवाले ने कहा कि अभी पता चल जायेगा. इसके बाद घटनास्थल पर बिना सिम कार्ड के मौजूद मोबाइल फोन में सिम लगा कर किसने नकुल के घरवालों को मौत की जानकारी दी थी.

घर वाले जब तक घटनास्थल पर पहुंचे, तब तक पुलिस सभी को पीएमसीएच लेकर आ गयी थी. अब सवाल यह है कि अगर नकुल ने सुसाइट नोट लिख कर पूरे परिवार के साथ आत्महत्या कर ली, तो फोन से धमकी किसने दी. दूसरा सवाल डायरी से उठता है. बिल्कुल नयी डायरी क्या सिर्फ सुसाइट नोट लिखने के लिए खरीदी गयी थी? शुरुआती चार पेजों पर सुसाइट नोट डेढ़े-मेढ़े शब्दों में लिखा गया है. इसके अलावा डायरी पर कुछ और नहीं लिखा है. पुलिस ने सुसाइट नोट में लिखे आरोप के आधार पर ईंट व्यवसायी राजेश को गिरफ्तार कर जेल तो भेज दिया है, लेकिन क्या पुलिस यह पता लगायेगी कि विकास को फोन किसने किया था. हालांकि हैंड राइटिंग की जांच के लिए डायरी को एफएसएल को भेजा जा रहा है. इस मामले में एसएसपी जितेंद्र राणा ने बताया फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. इसके अलावा घटना स्थल से मिले मोबाइल फोन, विकास के पास आये फोन की जांच की जा रही है. इधर, राजद ने इस घटना की जांच के लिए प्रधान महासचिव मुंद्रिका सिंह यादव के नेतृत्व में टीम गठित की है. इसमें धर्मेद्र यादव, डॉ अनवर आलम, सुनील यादव, देव किशुन ठाकुर, मदन शर्मा, भाई सनोज यादव, बबन यादव, निरंजन चंद्रवंशी, रामजी व्यास पासवान व देवमुनी सिंह यादव शामिल हैं.

सुसाइड नोट का मजमून
जो मैं करने जा रहा हूं, उसके जिम्मेवार न तो मेरे ससुरालवाले हैं और न ही मेरे घरवाले. इसका जिम्मेवार दानापुर बिस्कुट फैक्टरी के पास का रहनेवाला ईंट व्यवसायी राजेश कुमार है. राजेश का 41 हजार रुपये बकाया है, जिसके लिए लगातार दबाव बनाया जा रहा है. इसके अलावा कई लोगों से छोटी-छोटी रकम उधार लिये जाने की बात कही गयी है. यह डायरी पुलिस को नकुल की जेब से तब मिली, जब पूरा कुनबा मौत की नींद सो चुका था.
क्या है मामला
दनियावां-बिहारशरीफ एनएच पर हरिनगर के पास एक झाड़ी से 2 फरवरी को मनेर के खासपुर गांव के नरेंद्र उर्फ नकुल राय (32 वर्ष), उसकी पत्नी पूजा देवी (28 वर्ष), पुत्र अभिषेक (8 वर्ष), पुत्री काजल कुमारी (12 वर्ष) व चांदनी कुमारी (10 वर्ष) को अचेत हालत में बरामद किया गया था. पीएमसीएच में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी थी. वह दो वर्षो से दानापुर में रहता था. वह राज मिस्त्री और सेट्रेटिंग का ठेका लेता था.

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