न मामला वापस, न गिरफ्तारी

पटना: नगर निगम के अधिकारियों द्वारा प्राथमिकी दर्ज करवाने की जानकारी मिलते ही गुरुवार को विधायक नितिन नवीन दर्जनों समर्थकों के साथ श्रीकृष्णापुरी थाने पहुंचे. वह पुलिस से गिरफ्तार करने की बात कह रहे थे. इस पर सचिवालय डीएसपी मनीष कुमार ने उनसे सुपरविजन रिपोर्ट आने तक इंतजार करने का आग्रह किया. विधायक ने उनके […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 2, 2013 6:16 AM

पटना: नगर निगम के अधिकारियों द्वारा प्राथमिकी दर्ज करवाने की जानकारी मिलते ही गुरुवार को विधायक नितिन नवीन दर्जनों समर्थकों के साथ श्रीकृष्णापुरी थाने पहुंचे. वह पुलिस से गिरफ्तार करने की बात कह रहे थे. इस पर सचिवालय डीएसपी मनीष कुमार ने उनसे सुपरविजन रिपोर्ट आने तक इंतजार करने का आग्रह किया.

विधायक ने उनके आग्रह को ठुकरा दिया और कहा कि सुपरविजन दो घंटे का काम है. अगर उसमें केस सही पाया जाता है, तो उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा जाये. और, अगर केस सही नहीं है, तो पटना नगर निगम के उन अधिकारियों के खिलाफ झूठा केस करने का मुकदमा दर्ज किया जाये. उन्होंने कहा कि जिस समय की घटना का जिक्र किया गया है, उस समय पुलिस प्रशासन, निगम प्रशासन व जिला प्रशासन के तमाम पदाधिकारी वहां मौजूद थे. उनलोगों से पूछताछ की जाये और सुपरविजन रिपोर्ट बना कर कार्रवाई की जाये.

डीएसपी ने किया समझाने का प्रयास
डीएसपी ने काफी समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं माने. वे अपनी बात पर अड़े रहे और एलान किया कि जब तक उनकी बातों को पूरा नहीं किया जाता, वे समर्थकों के साथ थाना में डटे रहेंगे. इसके बाद उनके समर्थक भी थाने में धरने पर बैठ गये. इधर, देर रात तक इसका हल नहीं निकल पाया था और विधायक अपने समर्थकों के साथ थाने में मौजूद थे.

गौरतलब है कि एसके पुरी आवासीय कॉलोनी में व्यावसायिक गतिविधियों को बंद कराने के लिए बुधवार को जब निगम प्रशासन सीलिंग करने पहुंचा था, तब स्थानीय दुकानदारों व लोगों के समर्थन में विधायक नितिन नवीन सड़क पर उतर गये थे. सरकारी काम में अवरोध उत्पन्न करने के कारण निगम प्रशासन ने बुधवार की देर रात एसके पुरी थाना में विधायक समेत कई लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी थी. इसी मामले को लेकर वह गुरुवार को एसके पुरी थाना पहुंचे थे.

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