मार्च 2026 तक सूबे में 3071 मेगावाट अतिरिक्त बिजली की होगी उपलब्धता

मार्च 2026 तक बिहार में बिजली की उपलब्धता 10 हजार हजार मेगावाट को पार कर जायेगी. बिजली कंपनी का दावा है कि अगले वित्तीय वर्ष 2025-26 में सूबे को विभिन्न उत्पादन इकाइयों से 3071 मेगावाट अतिरिक्त बिजली उपलब्ध होगी.

By Prabhat Khabar News Desk | January 20, 2025 1:02 AM

– थर्मल, सोलर व हाइब्रिड मोड के कई नये प्लांटों से मिलेगी बिजली

– 10 हजार मेगावाट से अधिक हो जायेगी बिजली आपूर्ति की क्षमता

संवाददाता, पटना.

मार्च 2026 तक बिहार में बिजली की उपलब्धता 10 हजार हजार मेगावाट को पार कर जायेगी. बिजली कंपनी का दावा है कि अगले वित्तीय वर्ष 2025-26 में सूबे को विभिन्न उत्पादन इकाइयों से 3071 मेगावाट अतिरिक्त बिजली उपलब्ध होगी. यह बिजली पूर्व निर्धारित समझौतों के तहत थर्मल पावर प्लांटों के साथ ही विभिन्न सोलर उत्पादन इकाइयों से मिलेगी. वर्तमान में बिहार की ऑल टाइम पीक डिमांड 8000 मेगावाट से अधिक की है. कंपनी का मानना है कि आगामी वाले वर्षों में डिमांड के विरुद्ध बिहार के पास काफी अधिक सरप्लस बिजली की उपलब्धता होगी.

एनटीपीसी की कर्णपुरा व बक्सर थर्मल पावर इकाइयों से मिलेगी 1429 मेगावाट बिजली

बिजली कंपनी के मुताबिक एनटीपीसी की कर्णपुरा और बक्सर स्थित थर्मल पावर इकाइयों से 2025-2026 में 1429 मेगावाट बिजली उपलब्ध होगी. बक्सर थर्मल पावर की एक यूनिट के जनवरी 2025 में ही जबकि नॉर्थ कर्णपुरा की तीसरी यूनिट से मार्च 2025 तक 858 मेगावाट बिजली मिलने की संभावना जतायी गयी है. इससे गर्मियों से पहले बिजली की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित हो सकेगी. इसके साथ ही बक्सर थर्मल पावर की दूसरी यूनिट से जनवरी 2026 तक 561 मेगावाट बिजली मिलने का अनुमान है. इससे पहले मार्च 2025 में ही बाढ़ एनटीपीसी की पांचवीं यूनिट से भी कॉमर्शियल उत्पादन शुरू होने की पूरी संभावना है.

सोलर व हाइब्रिड इकाइयों से 2320 मेगावाट बिजली मिलने की उम्मीद

बिजली आपूर्ति कंपनियों ने मार्च 2026 तक सोलर व हाइब्रिड मोड की बिजली उत्पादन इकाइयों से भी 2320 मेगावाट बिजली मिलने का अनुमान लगाया है. इनमें अधिकांश निजी क्षेत्र की कंपनियां हैं. कंपनी ने मार्च 2025 तक अडानी ग्रीन एनर्जी से 600 मेगावाट सोलर ऊर्जा मिलने की बात कही है. इसके साथ ही निजी क्षेत्र में गैर पारंपरिक ऊर्जा क्षेत्र में कार्यरत एसीएमइ की देवघर, धौलपुर और जैसलमेर इकाइयों से भी मार्च 2025 तक ही करीब 650 मेगावाट बिजली मिलने का अनुमान रखा गया है. ग्रीनको एनर्जी हाइब्रिड मोड से 210 मेगावाट, जबकि एसबीइ रिन्युएबल्स सिक्सटीन प्रालि 180 मेगावाट बिजली मुहैया करायेगी. इसके साथ ही बिजली कंपनियों ने खुद भी नदियों में फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट और नहरों किनारे सोलर प्लेट लगा कर 2025-26 में करीब 12 मेगावाट बिजली उत्पादन का लक्ष्य रखा है.

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पावर यूनिट@सोर्स@कॉर्मिशयल उत्पादन की शुरुआत@बिहार का शेयर

एनटीपीसी नॉर्थ कर्णपुरा यूनिट तीन@थर्मल@मार्च 2025@297 मेगावाट

बक्सर थर्मल पावर यूनिट एक@थर्मल@जनवरी 2025@561 मेगावाट

बक्सर थर्मल पावर यूनिट दो@थर्मल@जनवरी 2026@561 मेगावाट

एसीएमइ देवघर/एसीएमइ धौलपुर@सोलर@मार्च 2025@150 मेगावाट

एसबीइ रिन्युएबल्स सिक्सटीन प्रा लि@सोलर@जनवरी 2025@180 मेगावाट

अडानी ग्रीन एनर्जी@सोलर@मार्च 2025@600 मेगावाट

ग्रीनको एनर्जी हाइब्रिड@हाइब्रिड@मार्च 2025@210 मेगावाट

फ्लोटिंग सोलर@सोलर@मार्च 2025@10 मेगावाट

केनाल बैंक सोलर@सोलर@नवंबर 2024@02 मेगावाट

एसीएमइ सोलर जैसलमेर@सोलर@मार्च 2025@500 मेगावाट

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