मांझी समर्थकों की जदयू कार्यालय में तोड़फोड़, लात और घूंसे भी चले
पटना : बिहार की राजनीति में नीतीश-मांझी विवाद इस कदर बढ़ गया है कि अब दोनों के समर्थक खुलेआम मारपीट करने पर उतारू हो गये हैं. मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को पद से हटाये जाने के लिए शनिवार को बुलायी गयी विधानमंडल की बैठक के विरोध में मांझी समर्थकों ने जैसे ही नीतीश कुमार का […]
पटना : बिहार की राजनीति में नीतीश-मांझी विवाद इस कदर बढ़ गया है कि अब दोनों के समर्थक खुलेआम मारपीट करने पर उतारू हो गये हैं. मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को पद से हटाये जाने के लिए शनिवार को बुलायी गयी विधानमंडल की बैठक के विरोध में मांझी समर्थकों ने जैसे ही नीतीश कुमार का पुतला फूंका और जदयू कार्यालय के सामने मांझी जिंदाबाद के नारे लगाये गये, पूर्व सीएम नीतीश कुमार के समर्थक आक्रोश हो गये और दोनों के बीच पार्टी कार्यालय में ही जम कर मारपीट होने लगी. मांझी समर्थकों ने जेडीयू दफ्तर के सामने नीतीश कुमार का पुतला फूंका.
मामला इतने ही पर खत्म नहीं हुआ. मांझी समर्थकों ने होटल चाणक्य पहुंच कर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव मुरदाबाद के नारे लगाये. समर्थकों ने यादव का घेराव करने की कोशिश की. सैकड़ों की संख्या में मौजूद मांझी समर्थकों ने जैसे ही पार्टी कार्यालय में घुसना शुरू किये नीतीश के कुछ समर्थक थोड़ी देर के लिए डर गये. वहीं कुछ लोगों ने हौसला दिखाया और मांझी समर्थकों का विरोध किया और दोनों ओर से जम कर लास घूंसे चले. इस पूरे घटना क्रम में कुल नौ लोगों की घायल होने की सूचना मिली है.
अशोक राजपथ पर आगजनी, दो घंटे रास्ता रोका
पटना सिटी : मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के समर्थन व जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव व पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विरोध में शुक्रवार करीब 11 बजे राजकीय कल्याण छात्रवास व थियोसौफिकल छात्रवास के विद्यार्थियों ने महेंद्रू के पास अशोक राजपथ को जाम कर हंगामा किया. छात्रों ने अशोक राजपथ को छात्रवास के पास बांस -बल्ला लगा कर घेर दिया. इसके बाद आगजनी की. विद्यार्थियों द्वारा सड़क जाम किये जाने की सूचना पाकर जब सुलतानगंज पुलिस पहुंची, तो पुलिस से भी विद्यार्थियों की तनातनी हुई. काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने लगभग एक बजे अशोक राजपथ को खाली कराया.
सड़क जाम की वजह से गांधी मैदान से गायघाट आनेवाले ऑटो व बस के साथ अन्य वाहनों का परिचालन बाधित रहा. इस कारण लोगों को आवाजाही करने में परेशानी का सामना करना पड़ा. भारतीय छात्र कल्याण संघ के बैनर तले सड़क पर उतरे विद्यार्थियों का कहना था कि नीतीश कुमार मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी पर जबरन इस्तीफा देने का दबाव बना रहे हैं, जिसका विरोध किया गया.
विद्यार्थियों ने शनिवार को महेंद्रू से जुलूस लेकर जदयू कार्यालय पर विरोध -प्रदर्शन व घेराव का निर्णय लिया है.
नीतीश कुमार का फूंका पुतला
पटना : मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को पद से हटाये जाने के विरोध में दलित स्वाभिमान मोरचा ने गांधी मैदान से जदयू कार्यालय कार्यालय तक रैली निकाल नीतीश कुमार का पुतला फूंका. अखिल भारतीय रविदउसिया धर्म संगठन ने संत रविदास आश्रम में आपातकालीन बैठक बुलायी. बेली रोड स्थित आश्रम में प्रदेश उपाध्यक्ष मिथिलेश कुमार की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में निर्णय लिया गया कि अगर मांझी को हटाया गया, तो अल्पसंख्यक व पिछड़े जाति के लोग एकजुट होकर अनशन पर बैठेंगे. इसी प्रकार कबीर के लोग संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि शरद यादव और नीतीश कुमार के इशारे पर यह निर्णय लिया गया है.
सत्ता के लोभ में नीतीश कुमार समाज का विकास नहीं देखना चाहते हैं. अखिल भारतीय डोम विकास मंच ने कहा कि जब से मांझी सीएम बने हैं, तब से दलित समाज के लोगों का शिक्षा, स्वास्थ्य आदि कई मायनों में विकास हुआ है. चौहरमल लोक अधिकार मोरचा ने रामविलास पासवान पर आरोप लगाया है कि वह अपने समाज से दूर होते जा रहे हैं. वहीं बिहार राज्य रिक्शा ठेला चालक कल्याण समिति ने मांझी से इस्तीफा देने के लिए उन पर दबाव बनाया जा रहा है.
जहानाबाद में भी जाम की सड़क
मखदुमपुर (जहानाबाद) :मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के भविष्य को लेकर चल रही अटकलों के बीच जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा पार्टी विधायक दल की बैठक बुलाये जाने से नाराज मांझी समर्थकों ने पलेया मोड़ के पास पटना-गया एनएच-83 को जाम कर दिया. कार्यकर्ताओं का कहना था कि नीतीश कुमार मांझी के साथ गलत कर रहे हैं. हालांकि, इस बीच करीब डेढ़ घंटे तक पटना-गया मुख्य मार्ग पर यातायात बाधित रहा तथा एनएच-83 पर गाड़ियों की लंबी कतार लगी रही.
गया : मांझी समर्थकों का कैंडल मार्च
गया. देर रात शहर में सीएम के समर्थकों ने एक कैंडल मार्च निकाला, जो मुख्यमंत्री के गोदावरी आवास से चल कर राजेंद्र चौक तक पहुंच कर समाप्त हो गया.जुलूस में शामिल मुख्यमंत्री के समर्थकों के हाथों में हाथ से लिखे पोस्टर थे. इन पोस्टरों पर मुख्यमंत्री के समर्थन में नारे लिखे हुए थे. एक पोस्टर पर श्री मांझी को बिहार के अब तक के सबसे अच्छे मुख्यमंत्री रूप में बताया गया था. इस पर यह भी लिखा था कि गरीब श्री मांझी के साथ हैं. एक अन्य पोस्टर पर लिखा गया था कि श्री मांझी गरीबों के मुख्यमंत्री के रूप में अपने पद पर बने रहेंगे.
यह भी कि वह अपने पद से नहीं हटेंगे. इसी तरह एक अन्य पोस्टर पर सीएम समर्थकों ने लिखा था – गरीबों के मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी पर अत्याचार बंद करो. श्री मांझी के एक समर्थक राजीव रंजन कुमार ने कहा कि शनिवार को भी वे लोग जुलूस निकाल कर मुख्यमंत्री के प्रति अपना समर्थन जतायेंगे. राजीव के मुताबिक, शुक्रवार की रात निकले कैंडल मार्च में शहर व जिले के अलग-अलग हिस्सों के युवकों ने भाग लिया. उनसे जब यह पूछा गया कि कैंडल मार्च में शामिल लोग किस संगठन से जुड़े हैं, तो उन्होंने कहा कि वे सभी सीएम के समर्थक हैं.
मुजफ्फरपुर : सीएम का फूंका पुतला
मुजफ्फरपुर : छात्र समागम के बीआरए बिहार विवि अध्यक्ष प्रवीण कुमार सिंह के नेतृत्व में शुक्रवार की शाम छात्रों ने विवि परिसर में मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी का पुतला दहन किया. मौके पर विवि अध्यक्ष ने कहा कि जो मुख्यमंत्री राज्य की जनता को बांटने की कोशिश कर रहा हो, वह किसी का नहीं हो सकता. ऐसे मुख्यमंत्री को पदमुक्त कर एक योग्य व्यक्ति को मुख्यमंत्री बनाना चाहिए. इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक बार फिर से सत्ता का बागडोर संभालने की मांग भी गूंजी.
मौके पर विवि उपाध्यक्ष रजनीश कुमार, प्रवक्ता रंजीत राज गुड्डू, महेश कुमार, सुशील कुमार, सुड्डू, भारतेंदु सिंह, राकेश कुमार, मिथिलेश कुमार, किशन कुमार आदि मौजूद थे.